रक्सौल | अनिल कुमार|
इंडो-नेपाल बॉर्डर पर रक्सौल में एक बड़ी सफलता मिली है। मानव तस्करी रोकने वाली टीम ने एक 13 साल की नेपाली नाबालिग लड़की को बचाया है, जिसे एक युवक भारत लेकर आ रहा था। टीम ने इस दौरान युवक को भी गिरफ्तार कर लिया है।
यह संयुक्त अभियान मानव तस्करी रोधी इकाई, एसएसबी 47वीं बटालियन, प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर पूर्वी चंपारण, और न्याय नेटवर्क परियोजना, डंकन अस्पताल के सहयोग से चलाया गया।
कैसे हुआ खुलासा?
नाबालिग लड़की (काल्पनिक नाम: मनीषा मनाली) नेपाल के काठमांडू की रहने वाली है। पूछताछ में उसने बताया कि लगभग एक साल पहले “स्टार मेकर” एप पर उसकी दोस्ती एक युवक (काल्पनिक नाम: शेख रिज़वान, थाना तुरकौलिया, जिला पूर्वी चंपारण) से हुई थी। बातों-बातों में दोस्ती गयी।
रिज़वान पहले दो बार लड़की से काठमांडू मिलने गया था। इस बार वह उसे दिल्ली ले जाने की साजिश रच चुका था। उसने लड़की को कॉल सेंटर में नौकरी दिलाने और शादी का झांसा दिया था।
बॉर्डर पर पकड़े गये
लड़की बिना अपने परिवार को बताए रिज़वान के साथ भारत आ रही थी। बॉर्डर पर मौजूद टीम को उन पर शक हुआ, तो उन्हें रोककर पूछताछ की गई। जांच में मामला मानव तस्करी का निकला।
तुरंत हुई कार्रवाई
मानव तस्करी रोधी टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों को हरैया थाना, रक्सौल को सौंप दिया। आरोपी युवक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है और जांच जारी है।
इस अभियान में शामिल लोग
- एएसआई खेमराज,
- निर्भय कुमार,
- आर्यलक्ष्मी (एसएसबी)
- प्रयास संस्था से आरती कुमारी (जिला परियोजना समन्वयक)
- सामाजिक कार्यकर्ता राज गुप्ता, विजय कुमार शर्मा
- न्याय नेटवर्क से गौरव कुमार और आरती कुमारी
निष्कर्ष
पुलिस और सामाजिक संस्थाओं की सजगता से एक मासूम बच्ची को मानव तस्करी से बचा लिया गया। यदि समय रहते कार्रवाई नहीं होती, तो एक बड़ी अनहोनी हो सकती थी।
फोटो/वीडियो: इंडो–नेपाल बॉर्डर, रक्सौल पर नाबालिग नेपाली लड़की को मुक्त कराने के दौरान
Motihari | Raxaul| Rizwan from Turkaulia was planning to take the minor girl to Delhi; arrested at Indo-Nepal border in Raxaul, Nepali girl rescued.