पटना से स्थानीय संपादक जितेन्द्र कुमार सिन्हा।14 नवम्बर ::
बाल दिवस, बच्चों के लिए समर्पित दिन होता है, क्योंकि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से बहुत प्रेम था और वे कहते थे कि बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं। ये बातें प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ बिमल कारक ने शाह अज़ीमाबाद वेलफेयर एजुकेशनल ऐंड चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से मदरसा गुलशने इब्राहिम में आयोजित बाल दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कही।
कार्यक्रम में मदरसा के 51 छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र, मेडल और मिठाई देकर सम्मानित किया गया। इस बारे में जानकारी देते हुए पत्रकार मज्जर सुलेमान ने बताया कि बाल दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन इरशाद अली आजाद ने कहा कि मदरसा के छात्रों के एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ में कंप्यूटर होना चाहिए, क्योंकि आज का समय विज्ञान और तकनीकी शिक्षा के साथ चलने का है। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार सरकार मदरसों के लिए बहुत कार्य कर रही है, जो देश के लिए एक मिसाल है।
मज्जर सुलेमान ने यह भी बताया कि मुख्य अतिथि डॉ बिमल कारक ने मदरसा के बच्चों द्वारा अंग्रेजी और हिन्दी में दिए गए भाषण और प्रस्तुत कार्यक्रम को देखकर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मदरसा के बच्चे आज हर क्षेत्र में अपनी सफलता का परचम लहरा रहे हैं।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर मतीउर रहमान ने भी बच्चों को बाल दिवस पर उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम में सम्मानित अतिथियों में डॉ मो इकबाल, हनीफ शेख, शाह फैज़ुर रहमान, मदरसा के सचिव खलील अहमद ने भी अपनी-अपनी बातें रखीं।
कार्यक्रम का संचालन सचिव मो यूनुस ने किया और अध्यक्षता प्रधानाध्यापक रौनक एहसान ने की, जबकि धन्यवाद ज्ञापन शिक्षक मुशर्रफ हसन ने किया। मो सादिक, मो अफरीदी, शहाबुद्दीन, असद जिलानी, नगमा परवीन, उजमा जैदी अफरोज, अब्दुल करीम, मैमूर सुल्तान, सबा हाशमी, साद कादरी और मिफ्जल ने कार्यक्रम प्रस्तुत किया और जवाहरलाल नेहरू की जीवनी पर प्रकाश डाला।