पटना निगरानी विभाग में तैनात थे दरोगा।
East Champaran “Today’sBigBreakingNews” by निखिल विजय कुमार सिंह की रिपोर्ट।
मोतिहारी। निगरानी विभाग के दरोगा रामबहादुर कुशवाहा को एसपी स्वर्ण प्रभात ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। दरोगा पटना निगरानी विभाग में कार्यरत थे और अपने खिलाफ दर्ज मामले में एसपी से मदद मांगने पहुंचे थे। कहने पहुंचे थे कि उनपर गलत मामला दर्ज कर फंसाया गया है।
लेकिन जब एसपी को पता चला कि उनके खिलाफ कोर्ट से वारंट जारी है, तो उन्होंने तत्काल गिरफ्तारी के आदेश दे दिये और कहा- क़ानून सबके लिए है बराबर। उन्होंने वारंटी दारेगा को पिपरा पुलिस के हवाले कर दिया।
क्या है मामला?
पिपरा थाना क्षेत्र के गौरे गांव निवासी नवीन कुमार सिंह की शिकायत पर यह कार्रवाई हुई है। उन्होंने अदालत में आरोप लगाया था कि बैरिया गांव के रामबहादुर कुशवाहा ने उन पर गोली चलायी और जमीन के लिए रंगदारी मांगी।
- न्यायालय ने गवाहों के बयान और वीडियो फुटेज के आधार पर 5 जनवरी 2023 को मामले में संज्ञान लिया।
- इसके बाद 26 मार्च 2024 को CrPC की धारा 82 और 22 जून 2024 को धारा 83 के तहत वारंट जारी किया गया।
- आरोपित न तो जमानत करा रहे थे और न ही न्यायालय के आदेशों का पालन कर रहे थे।
एसपी से मदद मांगने पहुंचे, लेकिन गिरफ्तार हो गए
पुलिस के बढ़ते दबाव के कारण दरोगा एसपी से मदद मांगने पहुंचे। लेकिन जब एसपी को उनके खिलाफ जारी वारंट की जानकारी मिली, तो उन्होंने तत्काल गिरफ्तारी की कार्रवाई कर दी। अब यह मामला न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी की अदालत में विचाराधीन है।
Warrant-Issued Vigilance Inspector Reaches SP Office for Plea; Superintendent of Police Says – Law is Equal for All, Gets Him Arrested