पचना से स्थानीय संपादक जितेन्द्र कुमार सिन्हा।
दिव्य जीर्णोद्धार फाउंडेशन ने अपनी प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर एक बैठक आयोजित कर संकल्प लिया कि अगले पांच वर्षों में बिहार के 5 हजार युवाओं और महिलाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार से जोड़ा जाएगा। यह जानकारी फाउंडेशन की निदेशक सह संपादक दिव्य रश्मि राकेश दत्त मिश्रा ने दी।
बिहार के व्यंजन होंगे विश्व स्तर पर प्रसिद्ध
डॉ. मिश्रा ने बताया कि बिहार के पारंपरिक व्यंजनों को विश्व स्तर पर ले जाने के लिए प्रत्येक वर्ष 1,000 युवाओं और महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रक्रिया लगातार पांच वर्षों तक जारी रहेगी। इसके माध्यम से 5,000 युवाओं और महिलाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें रोजगार से जोड़ा जाएगा।
बैठक में प्रस्तावित अन्य योजनाएं
- गंगा घाटों पर योग शिविर: फाउंडेशन के निदेशक प्रेम सागर पांडेय ने गंगा घाटों और धार्मिक स्थलों पर योग शिविर और अन्य आयोजन करने का प्रस्ताव रखा।
- आवासीय प्रशिक्षण: निदेशक सुबोध कुमार ने बच्चों के लिए आवासीय प्रशिक्षण केंद्र शुरू करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
- महिलाओं का सशक्तीकरण: निदेशक डॉ. ऋचा दुबे ने महिलाओं को प्रशिक्षित कर उनके द्वारा तैयार उत्पादों को वैश्विक स्तर तक पहुंचाने की योजना का समर्थन किया।
योजनाओं को शीघ्र अमल में लाने का आश्वासन
डॉ. राकेश दत्त मिश्रा ने कहा कि बैठक में प्रस्तावित सभी योजनाओं को अगले छह महीने के भीतर शुरू कर दिया जाएगा।
अध्यक्ष का धन्यवाद ज्ञापन
बैठक की अध्यक्षता फाउंडेशन के अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार सिन्हा ने की। उन्होंने प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर ठंड के बावजूद सभी लोगों की उपस्थिति के लिए आभार व्यक्त किया।