पटना, मुजफ्फरपुर, गया, दरभंगा सहित कई जिलों में पकड़ी गयी गाड़ियाँ व बाइक
पटना से स्थानीय संपादक जितेन्द्र कुमार सिन्हा।
पटना। वाहनों पर अवैध रूप से ‘प्रेस’, ‘पुलिस’, ‘आर्मी’ लिखने वालों पर कार्रवाई शुरू हो गयी है। बिहार के कई जिलों में कुछ गाड़ी मालिकों से जुर्माना वसूले गये, कई गाड़ियां जब्त हुई। अन्य पर मामले दर्ज हुए हैं।
बिहार में वाहनों पर अवैध रूप से ‘प्रेस’, ‘पुलिस’, ‘आर्मी’ और अन्य सांकेतिक शब्द लिखकर चलने वालों के खिलाफ पुलिस मुख्यालय ने सख्ती दिखाई है। पुलिस महानिदेशक (DGP) ने 28 जनवरी 2025 को एक अधिसूचना जारी कर स्पष्ट किया कि ऐसे वाहनों की सघन जांच कर विधिक कार्रवाई की जाए।
पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट मिली थी कि कई वाहन चालकों द्वारा इन शब्दों का उपयोग गैरकानूनी कार्यों के लिए किया जा रहा है। ऐसे वाहनों को चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मी रोकने से बचते हैं, जिसका फायदा असामाजिक व अपराधिक तत्व उठाते हैं। अब इसे लेकर थानों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे ऐसे वाहनों की जाँच करें और अनधिकृत रूप से प्रेस या पुलिस लिखा होने पर कार्रवाई करें।
कई जिलों में हुई कार्रवाई, पकड़े गए वाहन
पुलिस मुख्यालय के निर्देश के बाद विभिन्न जिलों में अभियान चलाया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, कई जिलों में पुलिस ने ऐसे वाहनों को जब्त किया है और उनके मालिकों पर कार्रवाई की है।
- पटना: ट्रैफिक पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर 12 से अधिक वाहनों पर से ‘प्रेस’ और ‘पुलिस’ लिखावट हटवाई।
- मुजफ्फरपुर: जिले में 8 वाहन जब्त किए गए, जिनमें से कुछ के मालिकों से वैधता के प्रमाण मांगे गए।
- गया: यहां पुलिस ने 10 से अधिक गाड़ियों पर कार्रवाई की और कुछ वाहन चालकों से भारी जुर्माना वसूला।
- दरभंगा: पुलिस ने 6 वाहनों को जब्त कर उनके मालिकों से पूछताछ की।
- भागलपुर: पुलिस ने 9 वाहनों को रोका और फर्जी पहचान पत्र रखने वालों पर केस दर्ज किया।
पुलिस ने आम जनता से की अपील
बिहार पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि वे किसी वाहन पर इस तरह के शब्द अनधिकृत रूप से लिखे देखें, तो इसकी सूचना नजदीकी थाने को दें। यह कार्रवाई अपराधियों पर नकेल कसने के लिए की जा रही है ताकि कोई व्यक्ति गलत पहचान का फायदा न उठा सके।
पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे इस अभियान को लगातार जारी रखें और रिपोर्ट मुख्यालय को भेजें।
पुलिस महानिदेशक, बिहार का पत्र-
ऐसा पाया जा रहा है कि कई वाहनो पर प्रेस, पुलिस, आर्मी एवं अन्य सांकेतिक शब्द, रजिस्ट्रेशन पट्टी पर अंकित कर उपयोग किया जा रहा है तथा वाहन में प्रायः कोई पुलिस कर्मी अथवा प्रेस कर्मी सवार नहीं रहते हैं। वाहनों पर प्रेस/पुलिस लिखकर असमाजिक एवं अपराधिक प्रवृति के व्यक्तियों के द्वारा अपराध एवं असामाजिक कार्य के लिए उपयोग किए जाने की संभावना प्रबल रहती है। ऐसी स्थिति में असामाजिक एवं अपराधिक तत्वों की गतिविधि पर अंकुश एवं अपराध नियंत्रण हेतु यह आवश्यक है कि प्रेस/पुलिस लिखे वाहनों की सूक्ष्मता एवं संवेदनशीलता से जाँच कर यातायात नियमों सहित अन्य विधिक कार्रवाई की जाय।
पुलिस महानिदेशक, बिहार, पटो 12
ज्ञापांक-13/गो० बिहार पुलिस मुख्यालय (पुलिस महानिदेशक का गोपनीय कोषांग)
पटना, दिनांक-28/01/2025
प्रतिलिपिः-
1. सभी अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय बिहार, पटना को सूचनार्थ।
2. सभी पुलिस महानिरीक्षक, मुख्यालय, बिहार, पटना को सूचनार्थ एवं आवश्यक क्रियार्थ।
3. सभी क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक/पुलिस उप महानिरीक्षक (रेल/ इकाई सहित) को सूचनार्थ एवं आवश्यक क्रियार्थ।
4. सभी वरीय पुलिस अधीक्षक / पुलिस अधीक्षक (रल सहित) को सूचनार्थ एवं आवश्यक क्रियार्थ।
Patna: A crackdown has begun on vehicles with unauthorized markings such as ‘Press’, ‘Police’, and ‘Army’. In several districts of Bihar, fines have been imposed on some vehicle owners, multiple vehicles have been seized, and cases have been registered against others.
The Bihar Police Headquarters has taken strict action against those illegally displaying these markings on their vehicles. The Director General of Police (DGP) issued a notification on January 28, 2025, directing officials to conduct thorough inspections and take legal action against such vehicles.