लोकसभा चुनाव 2024 के सफल आयोजन के लिए पूर्वी चंपारण जिले को देशभर में प्रथम स्थान पर चयनित किया गया था।
निखिल विजय कुमार सिंह की रिपोर्ट।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर शनिवार को नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा सम्मानित किया गया।
यह सम्मान लोकसभा चुनाव 2024 को बेहतरीन ढंग से संपन्न कराने और IT प्रबंधन के उत्कृष्ट कार्य के लिए दिया गया। इस खबर से जिले के आम व खास लोग काफी गौरवांन्वित महसूस कर रहे हैं। क्योंकि इस जिले का स्वच्छ चुनाव के लिए देशभर में पहला स्थान आया है।

चुनावी सफलता में पूर्वी चंपारण का योगदान:
लोकसभा चुनाव 2024 के सफल आयोजन के लिए पूर्वी चंपारण जिले को देशभर में प्रथम स्थान पर चयनित किया गया था। यह उपलब्धि चुनावी जागरूकता और सुचारू प्रबंधन के कारण मिली।
जबकि हिमाचल प्रदेश के राहुल कुमार को दूसरा स्थान व आबिद हुसैन सादिक को तृतीय स्थान मिला है।
मालूम हो कि लोस चुनाव 2024 में पूर्वी चंपारण में 3498 बूथों पर लगभग 30 हजार मतदान कर्मियों द्वारा सफल चुनाव कराया गया था। जिला अंतर्गत दो संसदीय क्षेत्र क्रमश: पूर्वी चंपारण एवं शिवहर आते हैं।
वहीं इस जिला के तीन विधानसभा क्षेत्र रक्सौल, सुगौली एवं नरकटिया पश्चिम चंपारण संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस का उद्देश्य:
- थीम: “वोट जैसा कुछ भी नहीं, वोट जरूर डालेंगे हम।”
- उद्देश्य:
- मतदाताओं, खासकर नए मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करना।
- चुनाव प्रक्रिया में अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करना।
- यह दिवस 25 जनवरी 2011 से हर साल निर्वाचन आयोग की स्थापना के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
East Champaran DM Saurabh Jorwal was honored by the President of India for the successful conduct of Lok Sabha Elections 2024 and excellence in Best IT Management.
East Champaran district was ranked first nationwide for its outstanding performance in managing and conducting the elections effectively.
पटना में राज्य स्तरीय कार्यक्रम:
राजधानी पटना में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने चुनावी प्रबंधन में उत्कृष्ट कार्य के लिए चयनित अधिकारियों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर मीडिया और सरकारी संस्थानों को भी चुनावी जागरूकता में योगदान के लिए पुरस्कृत किया गया।
राष्ट्रपति ने 14वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह में भाग लिया
नई दिल्ली।( पीआईबी, प्रेस विज्ञप्ति) राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने 25 जनवरी 2024 को नई दिल्ली में आयोजित 14वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह में भाग लिया और सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने 2023 में चुनाव संचालन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले राज्य और जिला स्तर के अधिकारियों को “वर्ष 2023 का सर्वश्रेष्ठ चुनावी कार्य पुरस्कार” प्रदान किया। इसके अतिरिक्त, मतदाताओं को जागरूक करने में योगदान देने वाले विभिन्न सरकारी विभागों और मीडिया संगठनों को भी सम्मानित किया गया।
अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने भारतीय लोकतंत्र की विविधता और विशालता पर गर्व व्यक्त किया और कहा कि निर्वाचन आयोग ने इस लोकतंत्र की गौरवशाली यात्रा में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग अब तक 17 आम चुनाव और 400 से अधिक विधानसभा चुनाव आयोजित कर चुका है। निष्पक्ष और समावेशी चुनाव सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने वर्तमान और पूर्व निर्वाचन आयोग की टीमों की सराहना की।
राष्ट्रपति ने देश की चुनाव प्रक्रिया में आधुनिक तकनीक के सफल उपयोग को लोकतांत्रिक देशों के लिए एक उदाहरण बताया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि चुनाव आयोग तकनीक के प्रभावी उपयोग को और बढ़ावा देगा।
उन्होंने निर्वाचन आयोग के उस प्रयास की भी प्रशंसा की जिसमें सभी मतदाताओं, विशेष रूप से मतदान केंद्र पर न जा पाने वाले व्यक्तियों के लिए, घर से मतदान की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने इसे देश की चुनाव प्रक्रिया को अधिक समावेशी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
राष्ट्रपति ने युवा मतदाताओं को बधाई देते हुए कहा कि
वे देश के लोकतंत्र के भविष्य के नेता हैं। उन्होंने कहा कि मतदाता पहचान पत्र प्राप्त करने के साथ ही उनके अधिकार और कर्तव्य दोनों बढ़ गए हैं। युवा मतदाताओं से देश के विकास में निर्णायक भूमिका निभाने की अपील की।
इस अवसर पर, मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार ने राष्ट्रपति को ‘आम चुनाव 2024 के लिए ईसीआई की पहल’ की पहली प्रति भेंट की।
गौरतलब है कि हर साल 25 जनवरी को भारत निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य नागरिकों को चुनावी प्रक्रिया के प्रति जागरूक करना और उनकी भागीदारी को प्रोत्साहित करना है। इस वर्ष राष्ट्रीय मतदाता दिवस की थीम थी: ‘वोटिंग जैसा कुछ नहीं, मैं निश्चित रूप से वोट करता हूं’।