मोतिहारी। पूर्वी चंपारण के सांसद पूर्व केन्द्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह की अध्यक्षता में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई।
जिसमें दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों को गोल्डन आवर में अस्पताल तक पहुंचाकर उनकी जान बचाने में किए गए कार्य के लिए गुड समेरिटन से 19 लोगों को सम्मानित किया गया। पहले घायलों को अस्पताल पहुंचाने से आम लोग डरते थे। भयभीत रहते थे कि कहीं वे कानूनी पचड़े में न पड़ जाए।
पूर्वी चंपारण में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और सुरक्षा उपायों पर चर्चा के लिए जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद राधा मोहन सिंह ने की। बैठक में सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों को गोल्डेन आवर यानी समय पर अस्पताल पहुँचाने वाले 19 लोगों को गुड समेरिटन सम्मान देकर प्रोत्साहित किया गया।

सड़क सुरक्षा पर हुई चर्चा
बैठक में जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल, विधायक प्रमोद कुमार, अन्य प्रशासनिक अधिकारी, और समिति के सदस्य मौजूद रहे। सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों की समीक्षा करते हुए जिला परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि 2024 में 504 दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 422 लोगों की मृत्यु हुई। सबसे अधिक दुर्घटनाएं मुफस्सिल और सुगौली थानों के अंतर्गत दर्ज की गईं।
दुर्घटना-प्रवण क्षेत्रों में आवश्यक संकेतक, रंबल स्ट्रिप और स्पीड ब्रेकर लगाए गए हैं। साथ ही, बार-बार दुर्घटनाएं होने वाले स्थानों पर ट्रैफिक नियंत्रण के लिए ट्रॉलियां लगाई गई हैं।
सांसद ने दिए अहम सुझाव
सांसद राधा मोहन सिंह ने
दुर्घटनाओं के लिए चिन्हित स्थलों की सूची सभी सदस्यों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने ओवरस्पीडिंग को रोकने और सड़क पर सुरक्षा संकेतकों को मजबूत करने पर जोर दिया।
स्कूल वाहनों पर सख्ती
जिला परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि
निजी स्कूल संचालकों को निर्देश दिया गया है कि वे बच्चों को टेंपो, ऑटो या ई-रिक्शा से स्कूल आने पर रोक लगाएं। स्कूलों को पर्याप्त बस या अन्य चारपहिया वाहनों की व्यवस्था करने को कहा गया है।
जाम समस्या और सड़क सुधार
बैठक में मोतिहारी शहर की जाम समस्या को हल करने के लिए सुझाव दिए गए। अस्पताल चौक के आसपास सड़क पर बिजली के पोल लगाने का प्रस्ताव बनाया गया। मधुबनी घाट बांध सड़क के चौड़ीकरण का डीपीआर तैयार है और जल्द कार्य शुरू होगा।
सम्मानित हुए 19 गुड समेरिटन
बैठक में 19 लोगों को गुड समेरिटन सम्मान दिया गया, जिन्होंने दुर्घटना के समय घायल व्यक्तियों की मदद की। सम्मानित व्यक्तियों में मनोज बैठा, कृष्णा सहनी, दिनेश पासवान, चंदन कुमार, विनोद यादव, और अन्य शामिल हैं। उन्हें प्रशस्ति पत्र और शॉल देकर सम्मानित किया गया।
इस बैठक ने सड़क सुरक्षा के प्रति प्रशासन की प्रतिबद्धता को मजबूत किया और आमजन को सतर्क रहने का संदेश दिया।
People Helping Accident Victims Honored, Road Safety Committee Meeting Held Under East champaran MP’s Leadership
No Legal Troubles for Helping Accident Victims to Hospital, Instead Receiving Good Samaritan Honour.
Good Samaritan सम्मान क्या है?
गुड समेरिटन सम्मान उन व्यक्तियों को दिया जाता है, जो सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को समय पर अस्पताल पहुंचाने में मदद करते हैं, उनकी जान बचाते हैं, और इसके बदले में उन्हें किसी कानूनी कार्रवाई या परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता।
भारत में यह पहल इसलिए की गई है ताकि लोग बिना किसी डर के सड़क दुर्घटनाओं में घायलों की मदद के लिए आगे आएं। इस सम्मान के तहत, ऐसे मददगार व्यक्तियों को सरकार या प्रशासन की ओर से प्रशंसा पत्र, पुरस्कार, या अन्य प्रोत्साहन दिए जाते हैं।
इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि लोग “गोल्डन आवर” के दौरान घायलों को तुरंत चिकित्सा सुविधा तक पहुंचाएं, क्योंकि इस समय पर इलाज मिलने से उनकी जान बचने की संभावना अधिक होती है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने 3 अक्टूबर 2021 को “नेक समेरिटन योजना” शुरू की, जिसके तहत उन नागरिकों को पुरस्कृत किया जाता है जो घातक सड़क दुर्घटना (मोटर वाहन सहित) के पीड़ित को तत्काल सहायता प्रदान कर उनकी जान बचाते हैं और उपचार के लिए दुर्घटना के “गोल्डन आवर” के भीतर अस्पताल या ट्रॉमा केयर सेंटर पहुंचाते हैं। इस योजना के तहत प्रत्येक नेक व्यक्ति को प्रति घटना ₹5,000/- का इनाम दिया जाएगा। यह योजना 31 मार्च 2026 तक लागू रहेगी।
इसका उद्देश्य लोगों को सड़क दुर्घटना पीड़ितों की मदद के लिए प्रोत्साहित करना और निर्दोष जीवन बचाने के लिए प्रेरित करना है। यदि कोई व्यक्ति मोटर वाहन दुर्घटना की सूचना पुलिस को देता है या घायल को अस्पताल पहुंचाता है, तो उससे पुलिस या अस्पताल द्वारा कोई अतिरिक्त पूछताछ या औपचारिकता पूरी करने की मांग नहीं की जाएगी, और उसे तुरंत जाने की अनुमति दी जाएगी।