पटना में स्थानीय संपादक जितेन्द्र कुमार सिन्हा, 31 जनवरी।
आईडीबीआई बैंक की राजेंद्र नगर शाखा ने कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व योजना के तहत तीन स्कूलों में विभिन्न उपयोगी सामग्रियों का वितरण किया। इनमें वाटर कूलर, कूलर, पुस्तक रैक आदि शामिल हैं।
शाखा प्रबंधक कुमार रौशन रतनेश द्वारा राजेंद्र नगर स्थित वनिता विहार बालक मध्य विद्यालय, वनिता विहार कन्या मध्य विद्यालय और गुलजारबाग स्थित एफ एन एस एकेडमी में ये सामग्री वितरित की गई।
इस मौके पर श्री रतनेश ने वनिता विहार बालक मध्य विद्यालय के छात्रों को संबोधित किया और उपस्थित छात्रों के बीच स्केच पेन भी वितरित किए। उन्होंने कहा कि वे इस सामाजिक दायित्व का निर्वहन पूरी तत्परता से करते रहेंगे।
IDBI Bank Distributed Essential Supplies in Three Schools
Water Coolers, Coolers, Bookshelves, and Sketch Pens Provided
IDBI Bank’s Rajendra Nagar branch distributed various essential supplies to three schools under the Corporate Social Responsibility (CSR) initiative. These included water coolers, air coolers, bookshelves, and more.
कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) पहल क्या है?
कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) पहल एक ऐसी योजना है, जिसके तहत कंपनियां अपने सामाजिक और पर्यावरणीय दायित्वों को निभाने के लिए विभिन्न गतिविधियों में निवेश करती हैं। इसका उद्देश्य केवल मुनाफा कमाना नहीं, बल्कि समाज और पर्यावरण के प्रति सकारात्मक योगदान देना भी होता है।
CSR पहल के प्रमुख उद्देश्य:
- शिक्षा और कौशल विकास – स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शिक्षण संस्थानों में सुविधाएं देना, छात्रवृत्ति प्रदान करना, और व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाना।
- स्वास्थ्य और स्वच्छता – अस्पतालों में सहायता, चिकित्सा उपकरण उपलब्ध कराना, टीकाकरण अभियान, और स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम चलाना।
- पर्यावरण संरक्षण – वृक्षारोपण, जल संरक्षण, अपशिष्ट प्रबंधन, और कार्बन फुटप्रिंट कम करने के प्रयास।
- सामुदायिक विकास – ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का निर्माण, स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना, और आजीविका के साधन बढ़ाना।
- महिला सशक्तीकरण और समाज कल्याण – महिलाओं के लिए रोजगार प्रशिक्षण, स्व-सहायता समूहों को समर्थन, और दिव्यांगों के लिए विशेष सहायता।
भारत में CSR का कानूनी प्रावधान:
भारत में, कंपनियों के लिए CSR अनिवार्य है यदि:
- उनकी वार्षिक आय ₹1,000 करोड़ या उससे अधिक हो,
- उनका शुद्ध लाभ ₹5 करोड़ या उससे अधिक हो,
- या उनका टर्नओवर ₹500 करोड़ या उससे अधिक हो।
ऐसी कंपनियों को अपने औसत शुद्ध लाभ का कम से कम 2% CSR गतिविधियों पर खर्च करना होता है (कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 135 के तहत)।
CSR के अंतर्गत कौन-सी कंपनियां आती हैं?
बड़ी कॉर्पोरेट कंपनियां जैसे Tata, Infosys, Reliance, IDBI Bank, HDFC, SBI आदि अपने CSR फंड के तहत विभिन्न सामाजिक कार्य करती हैं।
IDBI बैंक भी अपने CSR के तहत स्कूलों में शैक्षिक संसाधन उपलब्ध कराना, स्वास्थ्य सुविधाएं देना और सामुदायिक विकास परियोजनाओं को समर्थन देने जैसे कार्य करता है। इसी योजना के तहत बैंक ने पटना के तीन स्कूलों में वाटर कूलर, कूलर, और पुस्तक रैक वितरित किए।
IDBI बैंक का CSR योगदान:
CSR पहल समाज के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिससे लोगों की जीवनशैली में सुधार होता है और देश की प्रगति होती है।