अवैध रूप से चल रहे अस्पताल पर हुई कार्रवाई-
मोतिहारी के कोटवा में एक अवैध रूप से संचालित अस्पताल पर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। बुधवार देर शाम को अशोका क्लीनिक एंड हॉस्पिटल में हुई छापेमारी के बाद गुरुवार को उसके संचालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
जिलाधिकारी के निर्देश पर एसडीएम श्वेता भारती और सिविल सर्जन डॉ. रविभूषण श्रीवास्तव के नेतृत्व में अस्पताल में छापेमारी की गई थी। अनियमितताओं के मद्देनजर अस्पताल को सील कर दिया गया। आरोपित अभियुक्त चिकित्सकों की तलाश जारी है।
डॉ. कामत कुमार और अशोक कुमार पर मामला दर्ज-
कोटवा पीएचसी प्रभारी डॉ. गौरव के आवेदन पर अस्पताल के संचालकों डॉ. कामत कुमार और अशोक कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि दोनों आरोपित अभियुक्त बिना वैध अनुमति के अस्पताल चला रहे थे।
आयुर्वेदिक डिग्री पर चल रहा था आईसीयू-
प्राथमिकी में यह भी उल्लेख है कि
“आरोपितों के पास केवल आयुर्वेदिक डिग्री है, इसके बावजूद उन्होंने अस्पताल में आईसीयू की सुविधा स्थापित कर रखी थी, जो पूरी तरह गैरकानूनी है।”
सोशल वर्कर की शिकायत पर हुई कार्रवाई-
डॉ. गौरव ने बताया कि
“एक सोशल वर्कर द्वारा की गयी शिकायत के आधार पर यह छापेमारी की गई थी। जांच में “अस्पताल की कई अनियमितताएं उजागर हुईं।
छापेमारी के बाद अस्पताल सील-
जिलाधिकारी के निर्देश पर एसडीएम श्वेता भारती और सिविल सर्जन डॉ. रविभूषण श्रीवास्तव के नेतृत्व में अस्पताल में छापेमारी की गई थी। अनियमितताओं के मद्देनजर अस्पताल को सील कर दिया गया।
पुलिस कर रही आरोपितों की तलाश-
कोटवा थानाध्यक्ष राजरूप राय ने बताया कि
“आरोपित डॉक्टरों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।”