रक्सौल | अनिल कुमार|
भारत विकास परिषद शाखा – रक्सौल द्वारा संचालित नि:शुल्क अन्नपूर्णा रसोई सेवा बुधवार को अपने 25वें महीने में प्रवेश कर गयी। इस अवसर पर रक्सौल डाकघर के सामने आयोजित कार्यक्रम में जरूरतमंदों को गरम, ताजा और पौष्टिक भोजन कराया गया। इनमें दैनिक मजदूर, रिक्शा चालक, ठेला चलाने वाले और अन्य लोग शामिल थे। 25 महीने में करीब 550 लोगों को निशुल्क भोजन कराया गया। अन्नपूर्णा रसोई प्रत्येक महीने की 4 तारीख को आयोजित की जाती है।
सेवा का उद्देश्य केवल भोजन नहीं, मानवता का संदेश भी-
कार्यक्रम की शुरुआत माँ अन्नपूर्णा के भोग के साथ की गयी, जिसके बाद भोजन वितरण शुरू हुआ। परिषद के अध्यक्ष महेश कुमार अग्रवाल, सचिव डॉ. राजेन्द्र प्रसाद सिंह और मीडिया प्रभारी रजनीश प्रियदर्शी ने बताया –
“यह सेवा 4 मई 2023 से हर महीने की 4 तारीख को चलाई जा रही है।
इस सेवा का मुख्य उद्देश्य सिर्फ भूख मिटाना नहीं, बल्कि समाज में मानवता, समानता और नि:स्वार्थ सेवा का संदेश फैलाना है।”
धर्म-जाति से ऊपर उठकर समानता की मिसाल-
परिषद ने स्पष्ट किया कि भोजन सेवा में कोई जाति, धर्म या वर्ग का भेदभाव नहीं किया जाता। सभी को एक समान आदर और सम्मान के साथ भोजन उपलब्ध कराया जाता है। यह समानता और सेवा भावना का प्रतीक है।
भविष्य में भी जारी रहेगी सेवा-
परिषद के पदाधिकारियों ने कहा कि यह नि:शुल्क अन्नपूर्णा रसोई सेवा हर महीने नियमित रूप से चलती रहेगी। यह समाज को एक ऐसा आदर्श प्रस्तुत करती है जिसमें सभी के लिए समान अवसर और सम्मान हो।
उपस्थित गणमान्य सदस्य-
इस सेवा कार्यक्रम में भारत विकास परिषद रक्सौल शाखा के कई सदस्य मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख रूप से –
महेश कुमार अग्रवाल, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद सिंह, सीताराम गोयल, रजनीश प्रियदर्शी, अवधेश सिंह, अजय मस्करा, नरेश मित्तल, ध्रुव सर्राफ, विनोद कुमार, बिमल सर्राफ, अजय हिसारिया, विनोद रौनियार, सुरेश धानोठिया, अजय कुमार, सुनील कुमार, विजय कुमार, विष्णु मस्करा, प्रमोद कुमार कुशवाहा, भगवती सर्राफ आदि उपस्थित थे।
कैप्शन: जरूरतमंदों का सहारा बनी भारत विकास परिषद की नि:शुल्क अन्नपूर्णा रसोई सेवा
Free Annapurna Kitchen of Bharat Vikas Parishad Becomes a Lifeline for the Needy, Serves Fresh Meals to 550 People in the 25th Consecutive Month.