रक्सौल। अनिल कुमार।
वक्फ संशोधन विधेयक 2024 के विरोध में शुक्रवार को नेपाल से सटे शहर रक्सौल अंचल की कई मस्जिदों में नमाजियों ने अलविदा जुमा की नमाज के दौरान शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कराया। रमजान के अंतिम शुक्रवार को नमाज अदा करते समय लोगों ने अपने हाथों पर काली पट्टी बांधी, जिसे केंद्र सरकार के इस प्रस्तावित विधेयक के खिलाफ प्रतीकात्मक विरोध के रूप में देखा जा रहा है।

AIMPLB की अपील पर आयोजित हुआ विरोध
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह विरोध ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) की अपील पर आयोजित किया गया था। AIMPLB ने मुस्लिम समुदाय से जुमातुल विदा के मौके पर काली पट्टी बांधकर इस विधेयक का विरोध करने की अपील की थी।
रक्सौल की मस्जिदों में नमाज के बाद भी पूरी तरह शांति बनी रही और प्रदर्शन पूरी तरह अहिंसक रहा।
“हमारा विरोध शांतिपूर्ण” – स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
एक स्थानीय नमाजी ने कहा,
“हमारा यह विरोध पूरी तरह शांतिपूर्ण है। हम केंद्र सरकार से अपील करते हैं कि वक्फ संपत्तियों से जुड़े इस विधेयक पर दोबारा विचार करे, क्योंकि यह हमारे धार्मिक और सामाजिक अधिकारों को प्रभावित कर सकता है।”
देशभर में जारी है विरोध प्रदर्शन
वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। AIMPLB ने इसे “भेदभावपूर्ण और नुकसानदायक” बताते हुए मुसलमानों से एकजुट होकर विरोध करने की अपील की है।
रक्सौल में आज का प्रदर्शन इसी राष्ट्रव्यापी विरोध का हिस्सा माना जा रहा है। हालांकि, क्षेत्र में किसी भी तरह की अशांति या अप्रिय घटना की खबर नहीं है।
संसद में विधेयक पेश होने की संभावना, विरोध बढ़ सकता है
इस बीच, संसद में चल रहे बजट सत्र के दौरान इस विधेयक को पेश किए जाने की संभावना जताई जा रही है। इसके बाद देशभर में विरोध और तेज हो सकता है।
रक्सौल में पहला बड़ा संगठित विरोध प्रदर्शन
रक्सौल अंचल में यह पहला बड़ा संगठित विरोध प्रदर्शन था, जिसमें विभिन्न मस्जिदों के इमामों, बुद्धिजीवियों और आम नागरिकों ने मिलकर अपनी राय शांतिपूर्ण तरीके से रखी। समुदाय के लोगों ने आगे भी लोकतांत्रिक तरीकों से अपनी आवाज उठाने की बात कही।
📷 फोटो: रक्सौल में वक्फ बिल के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध, अलविदा जुमा में काली पट्टी बांधकर पढ़ी नमाज।