ऐतिहासिक जुलूस से गुंजायमान हुआ नेपाल का सीमावर्ती नगर
रक्सौल। अनिल कुमार।
राम नवमी के पावन अवसर पर भारत-नेपाल सीमावर्ती नगर रक्सौल में भव्य एवं ऐतिहासिक शोभायात्रा का आयोजन हुआ। इस आयोजन में नगरवासियों और रामभक्तों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। श्रद्धालुओं ने हाथों में भगवा ध्वज थामे, ‘जय श्रीराम’ के जयकारों से पूरे नगर को आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर कर दिया।

हजारी मल हाई स्कूल से शुरू हुई यात्रा
यह दिव्य शोभायात्रा हजारी मल हाई स्कूल से आरंभ होकर कोइरिया टोला, नहर चौक, कौड़िहार चौक, ब्लॉक रोड और स्टेशन रोड होते हुए नगर का भव्य भ्रमण करती रही। मार्ग भर भगवान श्रीराम की झांकियों, ढोल-नगाड़ों और भक्ति संगीत से माहौल भक्तिमय बना रहा। झांकियों के माध्यम से श्रीराम के जीवन प्रसंगों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया, जिससे श्रद्धालु भावविभोर हो उठे।
प्रशासन रहा पूरी तरह सतर्क
शोभायात्रा की सफलता के लिए प्रशासन ने सख्त सुरक्षा व्यवस्था की थी। स्वयं रक्सौल एसडीएम शिवाक्षी दीक्षित मौके पर मौजूद रहीं और सुरक्षा प्रबंधों की निगरानी करती रहीं। नगर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल, महिला सुरक्षाकर्मी एवं सिविल डिफेंस की टीमें तैनात थीं। कार्यक्रम शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रूप से संपन्न हुआ।
नगरवासियों ने किया आत्मीय स्वागत
नगरवासियों एवं दुकानदारों ने शोभायात्रा का स्वागत पुष्पवर्षा और पेयजल सेवा के माध्यम से किया। यह दृश्य सामूहिक भावनात्मक जुड़ाव और सामाजिक सौहार्द का प्रतीक बन गया। रास्ते भर श्रद्धालुओं के लिए पानी की व्यवस्था और छाया की व्यवस्था की गई थी।
धार्मिक आस्था के साथ सामाजिक एकता का संदेश
राम नवमी पर आयोजित इस भव्य शोभायात्रा ने केवल धार्मिक आस्था को प्रबल किया, बल्कि नगर में सांस्कृतिक एकता और सामाजिक समरसता का भी अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया। आयोजन के दौरान एसडीपीओ धीरेंद्र कुमार, इंस्पेक्टर राजीव नंदन सिन्हा सहित कई प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन: राम नवमी पर रक्सौल में निकाली गई भव्य शोभायात्रा का एक दृश्य