“सीजीपीएससी भर्ती घोटाला”: पूर्व अध्यक्ष तमन सिंह सोनवानी और बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड के निदेशक गिरफ्तार
सीबीआई ने रिश्तेदारों की अनुचित नियुक्ति और 45 लाख रुपये की रिश्वत के आरोपों में की कार्रवाई
रायपुर से देश वाणी प्रतिनिधि-
बेटे, भतीजे, पुत्रवधू व अन्य रिश्तेदारों को अपने पावर के दुरुपयोग से डिप्टी कलेक्टर, डिप्टी एसपी बना सकते हैं क्या? ऐसे ही आरोप में CGPSC के पूर्व अध्यक्ष को गिरफ़्तार किया गया है।
“केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो” (सीबीआई) ने “छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी)” भर्ती घोटाले में राज्य लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष तमन सिंह सोनवानी और “बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड” के निदेशक श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार किया है। इसकी जानकारी CBI के ऑफिसियल साइट पर दी गयी है।
सीबीआई ने 18 नवंबर को अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर एक सूचना जारी कर इस मामले की जानकारी दी और शाम 7:59 बजे इसे अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट (अब X) पर पोस्ट किया।
सूचना dated 18 नवंबर 2024 में लिखा गया है-
सीबीआई ने छत्तीसगढ़ पीएससी भर्ती घोटाले में छत्तीसगढ़ पीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष और श्री बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड, रायपुर के निदेशक को किया गिरफ्तार
“केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने आज छत्तीसगढ़ पीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष और श्री बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड, रायपुर के निदेशक को छत्तीसगढ़ में डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी और अन्य वरिष्ठ पदों के लिए उम्मीदवारों के चयन से संबंधित मामले में गिरफ्तार किया।
सीबीआई ने यह मामला 2020 से 2022 के बीच आयोजित परीक्षा/साक्षात्कार में मेरिट के अलावा अन्य कारणों के आधार पर नजदीकी रिश्तेदारों का चयन किए जाने के आरोपों के आधार पर दर्ज किया था।”
सीबीआई ने 2020 से 2022 के बीच आयोजित छत्तीसगढ़ पीएससी परीक्षाओं में मेरिट के अलावा अन्य कारणों के आधार पर नजदीकी रिश्तेदारों के चयन के आरोप में मामला दर्ज किया था। आरोप है कि तमन सिंह सोनवानी ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने पुत्र, भतीजे, भांजी, पुत्रवधू और भाई की बहू को क्रमशः डिप्टी कलेक्टर, डिप्टी एसपी, श्रम अधिकारी, डिप्टी कलेक्टर और जिला आबकारी अधिकारी के पदों पर नियुक्त करवाया।
45 लाख रुपये की रिश्वत का आरोप-
सीबीआई ने बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड के निदेशक श्रवण कुमार गोयल को भी गिरफ्तार किया है। गोयल पर आरोप है कि उन्होंने ग्रामीण विकास समिति के माध्यम से 45 लाख रुपये की रिश्वत दी, जिसमें सोनवानी के रिश्तेदार सदस्य हैं।
दरअसल बालोद जिले के एक अभ्यर्थी ने शिकायत की थी कि 2021 की राज्य प्रशासनिक सेवा परीक्षा में, प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा पास करने के बावजूद, अच्छे इंटरव्यू के बाद भी उसका चयन नहीं हुआ।शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया कि सोनवानी के बेटे, पुत्रवधू, भाई के बेटे, और अन्य रिश्तेदारों का चयन विभिन्न पदों पर किया गया।
आगे की जांच जारी-
सीबीआई मामले की जांच में जुटी है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, घोटाले में अन्य व्यक्तियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
Central Bureau of Investigation (CB) has today arrested the then Chairman of
CGPSC Chhattisgarh & Director of Shri Bajarang Power and Ispat Ltd, Raipur, in a case related to selection of candidates in CGPSC Exam for the post of Dy. Collectors, DSPs, and other senior posts in the State of Chhattisgarh.