‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद मोदी का संदेश: अब वक्त है ‘मेड इन इंडिया’ हथियारों का
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए स्वदेशी सैन्य उपकरणों को प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने कहा कि भारतीय वैज्ञानिकों और इंजीनियरों द्वारा बनाए गए हथियारों ने अपनी विश्वसनीयता सिद्ध कर दी है और अब समय आ गया है कि देश इन्हीं पर भरोसा करे।
रक्षा कंपनियों के शेयरों में ज़बरदस्त तेजी
प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद भारतीय शेयर बाजार में रक्षा क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त उछाल देखा गया।
- भारत डायनेमिक्स का शेयर सबसे तेज़ी से बढ़ा और 9.4% की छलांग लगाकर 1,718 रुपये तक पहुंच गया।
- हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स का शेयर भी 4.6% बढ़कर 4,645 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
इसके साथ ही केन्स टेक्नोलॉजी, कोचीन शिपयार्ड, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स, अवांतेल, पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजी, एस्ट्रा माइक्रो और डेटा पैटर्न्स जैसी कई अन्य कंपनियों के शेयरों में भी उल्लेखनीय बढ़त देखी गई।
चीन के रक्षा शेयरों में भारी गिरावट
जहां भारत में रक्षा शेयरों ने ऊंचाई छुई, वहीं चीन के प्रमुख डिफेंस स्टॉक्स में भारी गिरावट दर्ज की गई।
- AVIC चेंगडू एयरक्राफ्ट, जो चीन के J-10C लड़ाकू विमान बनाती है, के शेयरों में करीब 9% की गिरावट हुई।
- चाइना स्टेट शिपबिल्डिंग कॉर्पोरेशन के शेयर 4% से ज्यादा टूटे। यह कंपनी सैन्य और नागरिक जहाज़ों का निर्माण करती है।
- झुज़हाउ होंगदा के शेयरों में भी 6% की गिरावट देखी गई।
पाकिस्तान: चीन के रक्षा उत्पादों का बड़ा ग्राहक
गौरतलब है कि पाकिस्तान, चीन से रक्षा उपकरण खरीदने वाला एक अहम देश है। ऐसे में भारत में स्वदेशी रक्षा उत्पादों को बढ़ावा देना और चीन के रक्षा शेयरों में गिरावट एक रणनीतिक संकेत भी माना जा रहा है।
निष्कर्ष:
प्रधानमंत्री मोदी की ‘मेड इन इंडिया’ मुहिम को बाजार ने खुलकर समर्थन दिया है। रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इससे भारतीय रक्षा कंपनियों को नया उत्साह मिला है, वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसका प्रभाव भी साफ़ दिखाई दे रहा है।
‘मेड इन इंडिया’ सैन्य उपकरणों पर मोदी के ज़ोर के बाद भारतीय शेयरों में जोश