नई दिल्ली से आनंद कुमार की रिपोर्ट।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पूर्वी चंपारण के घोड़ासहन स्टेशन के पास ट्रेन उड़ाने की साजिश के मामले में तीन लोगों को मोस्ट वांटेड घोषित किया है।
इन तीन आरोपियों में नेपाल के बारा जिले के समसुल होदा, बृजकिशोर गिरी और पाकिस्तान के कराची के मोहम्मद साफी शामिल हैं। इसी मामले में 5 अक्टूबर को पटना की एनआईए कोर्ट ने छह अन्य साजिशकर्ताओं को सजा सुनाई थी।
कोर्ट के विशेष न्यायाधीश अभिजीत कुमार ने यूएपीए, रेलवे एक्ट समेत अन्य धाराओं में मोती लाल पासवान, रंजय कुमार साह, मुकेश यादव, राकेश कुमार यादव, गजेन्द्र कुमार शर्मा और उमाशंकर पटेल को दोषी करार दिया था। बताया गया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने देश में आंतक फैलाने के लिए फंडिंग कर स्थानीय लोगों को मिलाया और उनकी मदद से ट्रेन उड़ाने की साजिश रची थी।
घटना 30 सितंबर 2016 की है, जब रक्सौल-सीतामढ़ी रेलखंड पर घोड़ासहन स्टेशन के पास एक पैसेंजर ट्रेन को उड़ाने की कोशिश की गई थी। मुजफ्फरपुर रेल पुलिस की सतर्कता से यह साजिश नाकाम हो गई, और पुलिस ने समय रहते आईईडी से भरे प्रेशर कुकर को डिफ्यूज कर दिया।
इस मामले में रेल पुलिस ने मोतीलाल पासवान, उमाशंकर पटेल, और मुकेश यादव को गिरफ्तार किया था। इसके अलावा, पूर्वी चंपारण की आदापुर पुलिस ने 14 जनवरी 2017 को तीन अन्य अपराधियों – गजेंद्र ठाकुर, राकेश ठाकुर और रंजय साह को गिरफ्तार किया था, जिन्होंने पूछताछ में ट्रेन विस्फोट साजिश में शामिल होने की बात कबूली थी।
NIA declares three accused in Ghodasahan of east champaran district train explosion plot as most wanted