मोतिहारी। शहर के ठाकुरबाड़ी स्थित प्राचीन चित्रगुप्त मंदिर में रविवार को भगवान चित्रगुप्त जी का पूजनोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर शाम को रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए, जिसमें स्थानीय लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम के बाद समाज के सभी बंधुओं के लिए भ्रातृ भोज का भी आयोजन किया गया। जिसमें सभी ने मिलकर प्रसाद ग्रहण किया।
सांस्कृतिक संध्या की सफलता की ज़िम्मेदारी बिहार के मशहूर म्यूज़िक कंपोज़र रंजन सहाय और जानेमाने तबलावादक कुंदन वत्स की ऑर्केस्ट्रा टीम को सौंपी गई थी। इस टीम की शानदार प्रस्तुति ने दर्शकों को देर रात तक बांधे रखा।
शारदा संगीतालय की शिक्षिका संगीता कुमारी की छात्राओं ने भी कंथक नृत्य प्रस्तुत कीं। कत्थक नृत्य पर दर्शकों की खूब वाहवाही मिली।
पूजा के दौरान मुख्य यजमान के रूप में प्रो. विनय वर्मा, अनिल कुमार वर्मा, और गुड्डू श्रीवास्तव शामिल थे। इस मौके पर नगर विधायक प्रमोद कुमार, डॉ. आशुतोष शरण, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रकाश अस्थाना, डॉ. राजेश श्रीवास्तव, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी विनोद श्रीवास्तव सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित थे। इसके अलावा, सैकड़ों की संख्या में चित्रांश समाज के लोग भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
संध्या समय भगवान चित्रगुप्त की आरती के पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम के बाद समाज के सभी बंधुओं के लिए भ्रातृ भोज का भी आयोजन किया गया, जिसमें सभी ने मिलकर प्रसाद ग्रहण किया।
कितने साल पुराना है? ठाकुरबाड़ी स्थित पौराणिक मंदिर-
ठाकुरबाड़ी स्थित चित्रगुप्त भगवान का मंदिर लगभग 141 साल पुराना है।
इंडियन आयल पेट्रोल पंप ( KG Petroleum) के मालिक लायंस सुधांशु रंजन ने जानकारी दी कि ठाकुरबाड़ी चित्रगुप्त मंदिर की स्थापना 1883 में हुई थी। 141 वर्षों से लगातार भगवान चित्रगुप्त की सामूहिक रूप से पूजा-अर्चना होती आ रही है।
इस मंदिर परिसर में रामजानकी मंदिर भी है। बब्बू श्रीवास्तव ने बताया कि इस मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को विशेष शांति मिलती है।
Grand Celebration of Worship Festival and Cultural Evening at the Ancient Chitragupta Temple in Motihari. Photo- DeshVani
The cultural evening was made successful by the team of music composer Ranjan Sahay.
Photo- देश वाणी।