Indo-Nepal Border| Motihari Latest news| Raxaul| अनिल कुमार|
केन्द्र सरकार ने दी मंजूरी
केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने रक्सौल से हल्दिया तक सिक्स लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की मार्ग रेखा (अलाइनमेंट) को स्वीकृति दे दी है। इस फैसले के बाद अब इस एक्सप्रेसवे के निर्माण की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
12 जिलों को होगा सीधा फायदा
इस एक्सप्रेसवे से बिहार के कुल 12 जिलों को सीधा लाभ मिलेगा। इनमें प्रमुख रूप से
मोतिहारी (पूर्वी चंपारण), शिवहर, दरभंगा, जमुई और बांका जिले शामिल हैं। ये एक्सप्रेसवे इन जिलों से होकर गुजरेगा, जिससे इन इलाकों का सीधा जुड़ाव राष्ट्रीय और अंतर्राज्यीय मार्ग से होगा।
कुल लंबाई 585 किलोमीटर से ज्यादा
बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने जानकारी दी कि इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 585 किलोमीटर से अधिक होगी। इसका निर्माण ग्रीनफील्ड मॉडल पर होगा, यानी यह नई सड़क बिल्कुल अलग मार्ग पर बनाई जाएगी, न कि किसी पुरानी सड़क को चौड़ा करके।
खर्च होंगे 35,817 करोड़ रुपये
इस परियोजना पर कुल ₹35,817 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह राशि केन्द्र सरकार द्वारा वहन की जाएगी। निर्माण कार्य पूरा होने पर यह एक्सप्रेसवे बिहार की विकास योजनाओं में एक मील का पत्थर साबित होगा।
व्यापार और संपर्क को मिलेगा बढ़ावा
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से भारत-नेपाल के बीच आवागमन आसान होगा। इसके साथ ही बिहार का झारखंड और पश्चिम बंगाल से भी संपर्क बेहतर होगा। इससे आर्थिक गतिविधियों और व्यापार को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा।
स्थानीय विकास को भी मिलेगा बल
इस सड़क के बनने से आसपास के क्षेत्रों में नई व्यापारिक गतिविधियाँ, रोजगार के अवसर और औद्योगिक विकास की संभावनाएं बढ़ेंगी। स्थानीय लोगों को बेहतर सड़क सुविधा मिलने से स्वास्थ्य, शिक्षा और आपात सेवाएं भी आसानी से उपलब्ध होंगी।