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Tuesday, October 14, 2025
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का शताब्दी वर्ष पर विजयादशमी उत्सव, 5 अक्टूबर को विशाल पथ संचलन

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Motihari | Raxaul | अनिल कुमार |

शहर के बैंक रोड स्थित श्री सत्यनारायण मारवाड़ी पंचायती मंदिर प्रांगण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) रक्सौल नगर शिवाजी बस्ती द्वारा संघ के शताब्दी वर्ष के विशेष अवसर पर विजयादशमी सह शस्त्र पूजन कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया।

संघ पदाधिकारियों ने बताया कि 5 अक्टूबर (रविवार) को अपराह्न 3 बजे विशाल पथ संचलन निकाला जाएगा, जिसमें हजारों स्वयंसेवक शामिल होंगे।

भारत माता और महापुरुषों को श्रद्धांजलि-

कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता एवं महापुरुषों के चित्रों पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। वातावरण में राष्ट्रभाव और सांस्कृतिक चेतना का उत्साह स्पष्ट दिखाई दिया।

डॉ. (प्रो.) राजकिशोर सिंह का संबोधन-

सह प्रांत संघचालक डॉ. (प्रो.) राजकिशोर सिंह ने अपने बौद्धिक में शताब्दी वर्ष से जुड़े कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए कहा कि नगर के सभी बस्तियों में विजयादशमी उत्सव एवं शस्त्र पूजन मनाया जा रहा है।
रांत संघचालक डॉ. (प्रो.) राजकिशोर सिंह ने बताया –

“5 अक्टूबर (रविवार) को अपराह्न 3 बजे विशाल पथ संचलन निकाला जाएगा, जिसमें हजारों स्वयंसेवक शामिल होंगे।”

डॉ. सिंह ने याद दिलाया कि ठीक 100 वर्ष पूर्व विजयादशमी के दिन ही संघ की स्थापना हुई थी। 1925 से 2025 तक की यात्रा में संघ ने भारतीय समाज, संस्कृति, राष्ट्रवाद और सेवा कार्यों में अनूठा योगदान दिया है।

शताब्दी वर्ष: विचार और वैचारिक विरासत-

संघ का शताब्दी वर्ष केवल एक ऐतिहासिक पड़ाव नहीं बल्कि आत्मनिर्भर भारत, सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक जागरण की विचारधारा की शताब्दी है।
संघ की शाखाएं, व्यक्ति निर्माण की जीवंत प्रयोगशाला हैं, जहां स्वयंसेवक “मैं से हम” की ओर यात्रा करते हैं। डॉ. सिंह ने कहा कि व्यक्ति निर्माण के माध्यम से राष्ट्र निर्माण ही संघ की मूल कार्यपद्धति रही है।

संघ का योगदान और ऐतिहासिक भूमिका-

• स्वतंत्रता संग्राम में डॉक्टर हेडगेवार और अनेक संघ कार्यकर्ताओं ने सक्रिय भूमिका निभाई तथा जेल भी गए।
• आज़ादी की लड़ाई के दौरान संघ ने अनेक स्वतंत्रता सेनानियों को संरक्षण व समर्थन प्रदान किया।
• स्वतंत्रता के बाद भी संघ ने हर संकट में समाज के प्रति एकात्मता और संवेदनशीलता के साथ कार्य किया।
• शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, आदिवासी उत्थान, सामाजिक न्याय एवं सेवा कार्यों में संघ से जुड़े संगठन निरंतर सक्रिय रहे हैं – जिनमें सेवा भारती, विद्या भारती, वनवासी कल्याण आश्रम, एकल विद्यालय प्रमुख हैं।

भविष्य की दिशा और संकल्प-

संघ अपने पंच परिवर्तन – स्वबोध, सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पारिवारिक संस्कृति और नागरिक शिष्टाचार – को आधार बनाकर नई शताब्दी की यात्रा शुरू कर रहा है।
डॉ. सिंह ने आशा व्यक्त की कि भारत@2047 के विकसित राष्ट्र निर्माण में संघ का योगदान नई ऊर्जा और प्रेरणा देगा।

उपस्थित प्रमुख व्यक्तित्व-

इस अवसर पर मुख्य अतिथि सह प्रांत संघचालक डॉ. (प्रो.) राजकिशोर सिंह के साथ भारत विकास परिषद से रजनीश प्रियदर्शी, बस्ती प्रमुख हेमंत वर्णवाल, जिला सेवा प्रमुख विकास कुमार, जिला बौद्धिक प्रमुख अमरेन्द्र पाण्डेय, नगर संपर्क प्रमुख मनोज कुमार, नगर कार्यवाह भरत कुमार, सामाजिक सद्भाव प्रमुख अरुण कुमार समेत बड़ी संख्या में स्वयंसेवक मौजूद रहे।

Motihari | RSS Raxaul Nagar Shivaji Basti Celebrates Vijayadashami Festival

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