कार्यपालक पदाधिकारी ने की प्राथमिकी तो सभापति ने भी मामला दर्ज करने को दिया आवेदन
अनिल कुमार की रिपेर्ट।
Motihari/ Raxaul Today’sNews रक्सौल में बुधवार को जन सुविधा केंद्र के उद्घाटन के दौरान शुरू हुये विवाद ने तूल पकड़ लिया है। सांसद डॉ. संजय जायसवाल और विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा द्वारा गुरुवार को उद्घाटन के दौरान हुए विरोध प्रदर्शन और आरोप-प्रत्यारोप ने प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है।
दरअसल, सांसद डॉ. संजय जायसवाल और विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा कल जब जन सुविधा केंद्र का उद्घाटन करने पहुंचे, तो सभापति पुत्र सुरेश यादव, पार्षद पुत्र प्रो. अखिलेश दयाल और पार्षद पति छोटेलाल चौरसिया के समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस घटना के बाद ही विवाद शुरू और यह विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।
प्राथमिकी दर्ज:
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी (ईओ) मनीष कुमार ने रक्सौल थाना में सभापति धुरपति देवी के पुत्र सुरेश यादव, पार्षद पुत्र प्रो. अखिलेश दयाल, पार्षद पति छोटेलाल चौरसिया सहित 20-25 अज्ञात लोगों पर सरकारी कार्य में बाधा डालने और विवाद खड़ा करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है।
दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, इन लोगों ने उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान माहौल खराब करने और सरकारी कार्यों में रुकावट डालने का प्रयास किया।
सभापति का आरोप:
उधर, सभापति धुरपति देवी ने भी कार्यपालक पदाधिकारी मनीष कुमार के खिलाफ रक्सौल थाना में आवेदन दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि ईओ ने योजनाओं के उद्घाटन का समय तीन बजे तय किया था, लेकिन उन्होंने 12 मिनट पहले ही कार्यक्रम शुरू कर दिया। जब मैंने इस पर सवाल उठाया तो उन्होंने मुझे “गंवार” और “जाहिल” कहकर अपमानित किया।
सभापति ने ईओ पर योजनाओं में हेरफेर और उनके खिलाफ अपमानजनक शब्दों के इस्तेमाल का भी आरोप लगाया है। उनके साथ 10 पार्षद और प्रतिनिधि थाना पहुंचे थे।
क्या है मामला?
स्थानीय सांसद डॉ. संजय जायसवाल और विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा जब जन सुविधा केंद्र का उद्घाटन करने पहुंचे, तो सभापति पुत्र सुरेश यादव, पार्षद पुत्र प्रो. अखिलेश दयाल और पार्षद पति छोटेलाल चौरसिया के समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया।
इस दौरान नगर परिषद कार्यालय में अफरा-तफरी मच गई। सांसद और विधायक के खिलाफ नारेबाजी हुई। वहीं, सांसद और विधायक के समर्थकों ने उनके पक्ष में नारे लगाए।
पुलिस का बयान:
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी धीरेन्द्र कुमार ने कहा कि नगर परिषद के ईओ द्वारा दिए गए आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। वहीं, सभापति द्वारा दिए गए आवेदन पर कार्रवाई से पहले अनुमंडल पदाधिकारी की अनुमति ली जाएगी।
घटनाक्रम का निष्कर्ष:
यह विवाद सांसद और विधायक के उद्घाटन कार्यक्रम से शुरू हुआ और अब प्रशासनिक आरोप-प्रत्यारोप में बदल गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
फोटो विवरण:
सांसद और विधायक जन सुविधा केंद्र पर विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन करते हुए।
During the inauguration of the Public Facilitation Center, the ruckus in front of MP Dr. Sanjay Jaiswal and MLA reached its peak.