निखिल विजय कुमार सिंह।
मोतिहारी की सपना कुमारी को उनके समर्पित कार्यों के लिए सम्मानित किया जा रहा है। वे पिछले 15 वर्षों से मधुबनीघाट स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (एपीएचसी) में कार्यरत हैं। राज्य स्वास्थ्य समिति ने उन्हें प्रतिष्ठित नाइटेंगल अवॉर्ड के लिए चुना है। जल्द ही उन्हें स्वास्थ्य मंत्री द्वारा मेडल, प्रमाणपत्र और ₹10,000 की राशि देकर सम्मानित किया जाएगा।
घर-परिवार और ड्यूटी – दोनों जिम्मेदारियों को निभा रहीं सपना
सपना कुमारी न सिर्फ स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों की देखभाल करती हैं, बल्कि जरूरतमंदों के घर भी जाकर सेवा देती हैं। घर के कामकाज निपटाने के बाद वे समय पर अस्पताल पहुंचती हैं। वहां मरीजों को दवाएं देना, जांच कराना और अन्य चिकित्सकीय सहयोग देना उनका रोज़ का काम है।
कोरोना काल में भी सेवा से पीछे नहीं हटीं-
कोरोना महामारी के कठिन समय में भी सपना कुमारी ने कई मरीजों के घर जाकर दवाएं पहुंचाईं और उनकी स्थिति की निगरानी की। चाहे सर्दी हो, गर्मी या बरसात – उन्होंने कभी ड्यूटी से समझौता नहीं किया। समाज ने भी उनके समर्पण को सराहा और उन्हें पूरा सम्मान दिया।
टीकाकरण और जागरूकता अभियानों की भी रहीं अहम हिस्सा-
सपना कुमारी स्वास्थ्य केंद्र पर कार्य करने के साथ-साथ कई बार गांवों में जाकर टीकाकरण शिविर, मेडिकल जांच शिविर और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रमों में भी भाग लेती हैं। वे लोगों का ब्लड प्रेशर, शुगर, वजन आदि की जांच करती हैं और जरूरी परामर्श देती हैं।
गलत जीवनशैली से बढ़ रही हैं बीमारियां: सपना की चेतावनी-
सपना कुमारी ने बताया कि आजकल गलत दिनचर्या और खानपान के कारण लोग हाई बीपी, शुगर, हृदयरोग और किडनी की समस्याओं से पीड़ित हो रहे हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि सभी को नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और समय पर जांच करवानी चाहिए, ताकि बड़ी बीमारियों से बचा जा सके।
नर्सिंग सेवा में आत्मिक संतुष्टि मिलती है: सपना कुमारी-
सपना कहती हैं कि नर्सिंग सिर्फ नौकरी नहीं, बल्कि सेवा का एक माध्यम है। खासकर बच्चों के टीकाकरण और देखभाल करते समय उन्हें जो आत्मिक खुशी मिलती है, वह किसी पुरस्कार से कम नहीं।
निष्कर्ष:
सपना कुमारी जैसे लोग समाज के लिए प्रेरणा हैं, जो निःस्वार्थ भाव से सेवा करते हुए हर परिस्थिति में लोगों की मदद को तैयार रहते हैं। उनका सम्मान पूरे जिले के लिए गर्व की बात है।