देशभर में 103 नवनिर्मित रेलवे स्टेशनों का उद्घाटन
गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 86 जिलों में बनाए गए 103 ‘अमृत भारत स्टेशन’ का उद्घाटन किया। यह उद्घाटन वर्चुअल माध्यम से किया गया।
बिहार के भागलपुर जिले का पीरपैंती रेलवे स्टेशन भी इस योजना में शामिल है।
पूर्व रेलवे के इस अहम स्टेशन को लगभग 19 करोड़ रुपये की लागत से नया रूप दिया गया है।
अमृत भारत योजना के तहत गोपालगंज का थावे स्टेशन को भी विकसित किया गया है।
इस स्टेशन के विकास पर लगभग 12 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
यह स्टेशन पूर्वोत्तर रेलवे जोन के अंतर्गत आता है।
राजस्थान के देशनोक स्टेशन का विशेष उद्घाटन-
प्रधानमंत्री खुद राजस्थान के बीकानेर जिले स्थित देशनोक रेलवे स्टेशन पहुंचे और वहां उद्घाटन किया।
यह स्टेशन प्रसिद्ध करणी माता मंदिर की स्थापत्य शैली में तैयार किया गया है, जिससे यह स्टेशन धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी खास बन गया है। बिहार के गोपालगंज जिले का थावे जंक्शन, जो एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ के पास स्थित है, उसे भी अमृत भारत योजना के तहत विकसित किया गया है।
बिहार के पीरपैंती स्टेशन का कायाकल्प-
बिहार के भागलपुर जिले का पीरपैंती रेलवे स्टेशन भी इस योजना में शामिल है।
पूर्व रेलवे के इस अहम स्टेशन को लगभग 19 करोड़ रुपये की लागत से नया रूप दिया गया है।
स्टेशन को NSG-5 श्रेणी में रखा गया है और इसे पूरी तरह आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है।
उद्घाटन समारोह के मौके पर स्टेशन को खूबसूरती से सजाया गया था।
इस मौके पर पीरपैंती विधायक ललन पासवान, कहलगांव विधायक पवन यादव और रेलवे के डीआरएम मौजूद रहे।
गोपालगंज के थावे जंक्शन का भी हुआ विकास
बिहार के ही गोपालगंज जिले का थावे जंक्शन, जो एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ के पास स्थित है, उसे भी अमृत भारत योजना के तहत विकसित किया गया है।
इस स्टेशन के विकास पर लगभग 12 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
यह स्टेशन पूर्वोत्तर रेलवे जोन के अंतर्गत आता है।
स्टेशन पर प्लेटफॉर्म नंबर 1, 2 और 3 को बढ़ाया गया है।
साथ ही टिकट बुकिंग कार्यालय और प्रतीक्षालय (waiting room) को भी नए सिरे से तैयार किया गया है। यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कई अन्य सुधार भी किए गए हैं।
उद्देश्य: आधुनिक और यात्री अनुकूल रेलवे स्टेशन
‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत देशभर के पुराने रेलवे स्टेशनों को आधुनिक रूप दिया जा रहा है।
इस योजना का उद्देश्य है कि यात्रियों को स्वच्छता, सुरक्षा, बैठने की व्यवस्था, रोशनी, जलपान और डिजिटल सुविधाएं मिलें, ताकि उनका सफर और भी आरामदायक और सुगम हो सके।