मुख्य बातें:
- केन्द्र सरकार ने राम-जानकी पथ के एलाइनमेंट को दी मंजूरी
- 240 किमी लंबी और 70 फीट चौड़ी होगी यह सड़क
- सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर और सीतामढ़ी से होकर गुजरेगी
- भूमि अधिग्रहण का रास्ता हुआ साफ
अयोध्या से जनकपुरी तक आध्यात्मिक कनेक्टिविटी को मिलेगा बल
केंद्र सरकार ने माता सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी को भगवान राम की नगरी अयोध्या से जोड़ने के लिए ‘राम-जानकी पथ’ के एलाइनमेंट को मंजूरी दे दी है। यह मंजूरी केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की एलाइनमेंट अप्रूवल कमिटी ने राज्य सरकार के संशोधित प्रस्ताव के आधार पर दी है।
भौगोलिक विस्तार और तकनीकी विवरण
यह सड़क मार्ग सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर और सीतामढ़ी जिलों से होकर गुजरेगा। इसका अंतिम बिंदु नेपाल सीमा के पास स्थित भिट्ठा मोड़ होगा। इस सड़क की कुल लंबाई लगभग 240 किलोमीटर और चौड़ाई 70 फीट निर्धारित की गई है।
भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया होगी प्रारंभ
राज्य के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने जानकारी दी कि एलाइनमेंट की मंजूरी के साथ ही अब भूमि अधिग्रहण का रास्ता भी साफ हो गया है। जल्द ही अधिग्रहण की प्रक्रिया प्रारंभ कर निर्माण कार्य को गति दी जाएगी।
सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टिकोण से ऐतिहासिक योजना
राम-जानकी पथ के निर्माण से ना सिर्फ भौगोलिक बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टि से भी दो पवित्र स्थलों—अयोध्या और सीतामढ़ी—के बीच सीधा जुड़ाव स्थापित होगा। इससे रामायण सर्किट को और मजबूती मिलेगी तथा धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
Ram-Janaki Path Approved: Direct Road Link Between Ayodhya and Sitamarhi