अवधेश शर्मा।
बेतिया: राष्ट्रवाद के प्रतीक और युवाओं के प्रेरणास्रोत शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के शहीद दिवस पर पंचशील बौद्ध विहार के सभागार में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अमर शहीदों के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया गया। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में युवाओं की अत्यधिक भागीदारी रही।
वक्ताओं ने कहा कि भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने जिस स्वतंत्र, समतामूलक और शोषणमुक्त समाज का सपना देखा था, उसे साकार करने के लिए हमें संगठित होकर कार्य करना होगा। हम शहीद दिवस केवल इन तीन महान क्रांतिकारियों की याद में ही नहीं, बल्कि उन सभी वीरों के सम्मान में मनाते हैं जिन्होंने देश की आज़ादी के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। शहीद दिवस हमें देशभक्ति, साहस और बलिदान की प्रेरणा देता है।
इस अवसर पर रामदास बौद्ध ने कहा कि शहीदों ने जिस उद्देश्य के लिए अपना बलिदान दिया, उसे पूरा करना हम सभी का कर्तव्य है। हमें उनके सपनों के भारत के निर्माण के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे शहीदों के विचारों को अपनाकर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास करें।
शहीद दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में परशुराम दास, रामदास बौद्ध, उषा बौद्ध, सिकंदर प्रसाद, विजय कुमार चौधरी, पप्पू कुमार, बिट्टू कुमार, शारदा भारती, उषा देवी, पूनम देवी, राधिका बौद्ध, रामदुलारी बौद्ध, संजय राव, मनोज कुमार और तेज प्रताप श्रीवास्तव समेत कई लोग उपस्थित रहे।