मोतिहारी। नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश से उत्तरी और पूर्वी बिहार में गंभीर बाढ़ की स्थिति बनी हुई है।
मोतिहारी के सुगौली प्रखंड के उत्तरी सुगाव पंचायत के लमौनिया गांव के पास में रिंग बांध टूट गया है। इसके अलावा शिवहर के तरियानी छपरा गाँव के पास भी तटबंध के टूटने की सूचना है। इसके पहले सीतामढ़ी के बेसंड के पास भी तटबंध टूट गया है।
दूसरी तरफ बिहार के कई अन्य तटबंध पर भारी दबाव बना हुआ है। हालांकि बिहार व केन्द्र सरकार बाढ़ पीड़ितों को हरसंभव राहत पहुंचाने को प्रतिबध्द दिख रही है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हो रहा हवाई सर्वेक्षण, प्रयाप्त रोशनी व अस्थाई शौचालय बनाने व राहत सामग्री बँटवाने के निर्देश जारी हुए हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव, प्रत्यय अमृत, ने बाढ़ से प्रभावित दरभंगा और सीतामढ़ी जिलों का हवाई सर्वेक्षण किया है।
उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त रोशनी सुनिश्चित करने के लिए जनरेटर लगाने और अस्थाई शौचालय बनाने के निर्देश दिए हैं। कल पूर्वी चम्पारण के ज़िला मंत्री सह शिक्षा मंत्री बिहार बिहार, सरकार सुनील कुमार ने भी मोतिहारी केसरिया दैरा किया था।
इस बीच, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान आज सहरसा जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे। इस दौरान वह बराही, सहरसा परिसदन और केदली पंचायत के प्रभावित इलाकों का जायजा लेंगे।
गृह मंत्रालय ने बताया है कि केंद्र सरकार बाढ़ प्रभावित राज्यों, विशेषकर बिहार और पश्चिम बंगाल, को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि इन राज्यों में नुकसान का आकलन करने के लिए जल्द ही अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीमें भेजी जाएंगी।
मीडिया से मिल रही खबरों के अनुसार, नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के चलते कोसी और गंडक बराज से काफी मात्रा में पानी छोड़ा गया है, जिससे उत्तरी और पूर्वी बिहार के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। बाढ़ का पानी तेजी से नए इलाकों में फैल रहा है, और कई नदियों में जलस्तर में बढ़ोतरी देखी जा रही है।
सीतामढ़ी के बेलसंड में बागमती और पूर्वी चंपारण के सुगौली में सिकहरना नदी के तटबंध टूटने की खबर है, जबकि खगड़िया, समस्तीपुर, भागलपुर, कटिहार, किशनगंज, अररिया, सुपौल और भोजपुर में भी तटबंधों पर भारी दबाव बना हुआ है।
हालांकि, कोसी और अन्य नदियों के जलस्तर में थोड़ी कमी आई है, जिससे कुछ स्थानों पर स्थिति में मामूली सुधार हुआ है।
शिवहर जिले में बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है, जिससे यहां बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। तरियानी छपरा गांव के पास तटबंध टूटने के कारण बाढ़ का पानी नए इलाकों में फैल रहा है, और एनडीआरएफ की टीमें लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य कर रही हैं।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटों के दौरान कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है।