प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर किया हमला, बाबा साहेब के नाम पर सियासत जारी
पटना, 26 दिसम्बर, 2024 :: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा संविधान की भावना के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पंडित नेहरू से लेकर गांधी परिवार ने सत्ता में रहते हुए संविधान से छेड़छाड़ की है। उन्होंने कहा कि यह पाप कभी नहीं मिटेगा और लोकतंत्र को कमजोर करने का काम नेहरू-गांधी परिवार ने किया है।
प्रधानमंत्री ने लोकसभा में संविधान पर चर्चा का जवाब देते हुए 11 संकल्पों की घोषणा की, जिनमें देश के प्रत्येक नागरिक को कर्तव्यों का पालन करने, भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस रखने, और महिलाओं के नेतृत्व में विकास को प्राथमिकता देने जैसे मुद्दे शामिल थे। उन्होंने इस बात को भी महत्वपूर्ण बताया कि संविधान का सम्मान किया जाए और राजनीतिक स्वार्थ के लिए उसका दुरुपयोग न किया जाए।
इसके बाद संसद में शीतकालीन सत्र के दौरान ‘एक देश-एक चुनाव’ के मुद्दे पर भारी हंगामा हुआ और कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।
विपक्ष का प्रदर्शन और बाबा साहेब का मुद्दा
कांग्रेस पार्टी और विपक्ष ने बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के चित्र के साथ विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि, इस विरोध का मुख्य कारण गृह मंत्री अमित शाह का बयान था, जिसे विपक्ष ने तोड़-मरोड़ कर प्रचारित किया। भाजपा और सरकार पर यह आरोप था कि शाह का बयान बाबा साहेब के अपमान की ओर इशारा करता है, लेकिन गृह मंत्री ने इसे सिरे से नकारते हुए कहा कि उनका उद्देश्य कभी भी बाबा साहेब का अपमान करने का नहीं था।
आंबेडकर के नाम पर सियासत अब देश भर में चर्चा का विषय बन गई है, खासकर कांग्रेस के नेतृत्व में। विपक्ष यह आरोप लगा रहा है कि भाजपा दलित समुदाय के हितों की वास्तविक चिंता कर रही है, जिससे दलित वोट भाजपा की ओर बढ़ता हुआ दिख रहा है।
बाबा साहेब का योगदान और कांग्रेस का रुख
इतिहास में, जब बाबा साहेब ने संविधान को तैयार किया था, तो देश में साक्षरता दर केवल 18% थी। आज जबकि साक्षरता दर 40% है, कांग्रेस द्वारा बाबा साहेब की उपेक्षा पर सवाल उठाए जा रहे हैं। कांग्रेस के शासनकाल में, बाबा साहेब को भारत रत्न नहीं दिया गया और न ही उनका