पटना से जितेन्द्र कुमार सिन्हा।
संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष के अनुसार- राष्ट्रीय मानव अधिकार रक्षक एक सक्रिय और समाज के प्रति समर्पित संस्था है, जिसमें मानवाधिकार और सामाजिक कार्यकर्ता सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इस संस्था की स्थापना 2020 में रीता सिन्हा द्वारा की गई थी। राष्ट्रीय मानव अधिकार रक्षक का उद्देश्य न्याय और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए समर्पण के साथ काम करना है।
संस्था वंचित वर्गों के आर्थिक उत्थान, शिक्षा, शांति, सद्भाव, और एकता के लिए निरंतर प्रयासरत है। उरोक्त जानकारी संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविन्द कुमार ने दी है।
अरविन्द कुमार ने बताया कि संस्था के सदस्यों को उत्साहित बनाए रखने और उनकी ऊर्जा को गतिशील रखने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें सभी सदस्य वीडियो क्लिपिंग के माध्यम से अपने संकल्प को साझा करेंगे।
संकल्प के तहत प्रत्येक सदस्य को “सभी को न्याय के लिए आवाज उठानी है, हां मैंने न्याय व्यवस्था को मजबूत करने का ठाना है” की वीडियो क्लिपिंग बनाकर साझा करनी होगी।
राष्ट्रीय मानव अधिकार रक्षक अब तक घरेलू हिंसा जैसे 150 से अधिक मामलों का सफल समाधान कर चुका है और इसके तहत
1500 से अधिक सदस्य बनाए जा चुके हैं। संस्था बिहार के 14 जिलों में सक्रिय रूप से काम कर रही है और नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवा, रक्तदान, निःशुल्क भोजन वितरण, और गेट-टुगेदर बैठकों के माध्यम से नियमित रूप से कैंप आयोजित कर रही है।