Motihari | Raxaul|अनिल कुमार|
नेपाल सीमा से सटे रक्सौल शहर में पानी का गंभीर संकट पैदा हो गया है, जिससे आम लोगों को पीने के पानी के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। इस संकट को लेकर लोग नगर परिषद (नप) प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठा रहे हैं।
कौड़िहार चौक पर धरना और विरोध प्रदर्शन
जल संकट के विरोध में रविवार को कौड़िहार चौक पर वार्ड पार्षद सोनू गुप्ता के नेतृत्व में एक दिन का धरना प्रदर्शन किया गया। धरने में शामिल नगरवासियों ने नप प्रशासन पर आरोप लगाया कि वह इस मुश्किल घड़ी में पक्षपात कर रहा है। लोगों का कहना है कि जो लोग अपनी मदद से पानी पहुंचा रहे हैं, प्रशासन उन्हें रोक रहा है।
वार्ड पार्षद सोनू गुप्ता ने लगाए गंभीर आरोप
वार्ड पार्षद सोनू गुप्ता ने बताया कि जल संकट शुरू होने के बाद से वह अपने तीन टैंकरों से पूरे शहर में मुफ्त पानी बांट रहे थे। इससे लोगों को काफी राहत मिल रही थी। लेकिन, हाल ही में नप प्रशासन ने उन्हें सरकारी सबमर्सिबल से पानी भरने से मना कर दिया।
जब उन्होंने इस बारे में नप कार्यालय जाकर पूछा, तो अधिकारियों ने बताया कि उनके टैंकरों पर पोस्टर लगे होने के कारण उन्हें सरकारी पानी नहीं दिया जा सकता। अधिकारियों ने सोनू गुप्ता को निजी सबमर्सिबल का इंतजाम करने को कहा।
इस पर सोनू गुप्ता ने कहा कि जब नप प्रशासन खुद पूरे शहर में पानी की आपूर्ति नहीं कर पा रहा था, तब उन्होंने जनसेवा के लिए यह काम शुरू किया था। लेकिन, अब जब लोगों को राहत मिल रही है, तो प्रशासन इसमें भी राजनीति कर रहा है।
आगे की चेतावनी
प्रदर्शनकारियों ने नप प्रशासन के इस रवैये पर नाराजगी जताई और कहा कि जल संकट जैसे मुश्किल समय में मदद करने वालों को रोकना पूरी तरह से अमानवीय है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि इस समस्या का जल्द समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और भी तेज किया जाएगा। धरने में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और नगर परिषद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
Motihari | Raxaul|Water Crisis Deepens in Raxaul Near Nepal Border, Locals Protest Against Municipal Administration