spot_img
Sunday, December 7, 2025
Homeबिहारमोतिहारीउदीयमान सूर्य को अर्घ्य के बाद छठ महापर्व सम्पन्न, सात घोड़ों के...

उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के बाद छठ महापर्व सम्पन्न, सात घोड़ों के रथ पर सवार सूर्य भगवान की पूजा

-

मोतिहारी।आदापुर से शिवशंकर गिरि।

लोक आस्था के महापर्व छठ में बिहार सहित देश के अन्य भागों में पहले डूबते, फिर उगते सूर्य को नमन किया जाता है। इस वर्ष चार दिवसीय महापर्व छठ, परवैतिनों (व्रतियों) द्वारा उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के उपरांत शुक्रवार को संपन्न हो गया। पूर्वी चम्पारण के नकरदेई में सात घोड़ों वाले रथ पर सवार सूर्य देवता की पूजा की गयी।

सात घोड़ों के रथ पर सवार सूर्य देवता व व्रती। फोटो- देश वाणी।

प्रखंड क्षेत्र की विभिन्न नदियों, सरोवरों एवं जल स्रोतों के किनारे स्थापित श्री सविता के पिंड के चारों ओर परवैतिनों ने भगवान भास्कर की पूजा-अर्चना, कीर्तन आदि किया। सर्वप्रथम अस्ताचलगामी सूर्य और फिर उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया गया।

इसी क्रम में, नकरदेई थाना क्षेत्र के कटकेनवा छठ घाट पर सप्त अश्वों से सुसज्जित भगवान भास्कर की भव्य प्रतिमा सरोवर में स्थापित कर पूजन किया गया। माथे पर दउरा लिए परवैतिनों की प्रतिमा मनमोहक थी। छठ घाटों पर स्थानीय थानाध्यक्ष श्यामशरण साह दल-बल के साथ मौजूद थे।

photo- DeshVani

 सूर्य भगवान के रथ में सात घोड़े क्यों?-

समाजसेवी किशोरी पटेल ने कहा कि दैहिक, दैविक और भौतिक त्रिविध तापों (दुखों) को दूर करने के लिए परवैतिन की प्रार्थना का पर्व छठ एक ‘टोटली इको-फ्रेंडली फेस्टिवल’ है, जो उर्जा के अक्षय स्रोत आदित्य (सूर्य) के प्रति ‘थैंक्सगिविंग’ का अवसर है। 

उन्होंने यह भी कहा कि प्रिज्म के अविष्कार के बाद यूरोप के वैज्ञानिकों को पता चला कि सूरज की किरण सात रंगों से बने हैं। वहीं सनातन संस्कृति को हज़ारों वर्षों से मालूम है कि उनके सूर्य भगवान सात घोड़ों वाले रथ पर सवार रहते हैं। तभी तो हमारे हजारों साल पुराने सूर्य मंदिरों सात घोड़ों के ही रथ रहते हैं। हमने तो ‘सर्च’ यानी ‘खोज’ वर्षों पहले कर ली थी। बाद हमारे ग्रंथों को पढ़कर, विदेशी वैज्ञानिक ‘रिसर्च’ यानी ‘दुबारा खोज’  कर रह हैं।

मौके पर सुमन स्नेही, भूषण पटेल उर्फ काजी साहब, रामाकांत पटेल, अशेशर कुमार, राजन मुखिया, विजेशर कुमार, राजकुमार, प्रसून कुमार, विमलेंदु रंजन, राधेश्याम शर्मा, जयचंद शर्मा, राजन शर्मा, सोनू कुमार, चुमन ठाकुर, नीतेश कुमार, नंदन राज सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।

Tags_Deshvani.in

Chhath Mahaparv Concludes with Offering to the “Rising Sun”, Worship of “Sun God” on a Chariot Drawn by “Seven Horses”. Photo- DeshVani http://tags_deshvani.in/motihari/tags

Related articles

Video thumbnail
Raxaul | Adapur में आर्स के साथ दो गिरफ्कार, 6 December 2025
00:23
Video thumbnail
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन का प्रधानमंत्री आवास पर किया स्वागत, PBSHABD, 4 December 2025
00:23
Video thumbnail
रक्सौल | नाबालिग को बुर्का पहना नेपाल ले जा रहा मानव तस्कर, 4 December 2025
00:23
Video thumbnail
छपरा मुठभेड़: पुलिस का ऑपरेशन लंगड़ा जारी, एक सप्ताह में दूसरा इनकाउंटर, PBSHABD, 4 December 2025
01:18
Video thumbnail
देखिए 10 हजार रु से कैसे आत्म निर्भर बनी? PBSHABD, 2 December 2025
01:00
Video thumbnail
Chapra | सोनपुर मेला में थिएटर से नाबालिग नर्तकियाँ मुक्त, कुमार आशीष,एसएसपी,सारण,PBSHABD,2 December
01:24
Video thumbnail
शिवसागर में Firing से हुई हत्या में Rohtas SP Raushan Kumar ने क्या कहा? PBSHABD, 1 December 2025
02:51
Video thumbnail
पूर्वी चंपारण में विश्व एड्स दिवस पर निकाली गई जागरूकता रैली, PBSHABD 1 December 2025
02:18
Video thumbnail
रक्सौल की पत्रकारिता के ‘युगपुरुष’ बाबू रामपुकार सिंह की छठी पुण्यतिथि, 1 December 2025
00:18
Video thumbnail
सोनपुर मेला में रोमांचक नौका दौड़ का आयोजन, हरेंद्र सहनी की टीम विजेता, PBSHABD, 1 December 2025
00:55

Bihar

Stay Connected

0FansLike
0FollowersFollow
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe
spot_img

Latest posts