▪ एसएसबी जवान ने रक्तदान कर 11 माह की बच्ची की बचाई जान
▪ जरूरतमंदों की मदद को हमेशा तत्पर रहते हैं एसएसबी जवान
Motihari Raxaul IndoNepal Boarder today’sGoodNews by अनिल कुमार।
भारत-नेपाल सीमा की सुरक्षा करने वाले सशस्त्र सीमा बल (SSB) के जवान सिर्फ सरहद की रक्षा ही नहीं करते, बल्कि सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले नागरिकों की सेवा में भी आगे रहते हैं। इसी मानवीय सेवा की मिसाल पेश करते हुए एसएसबी 47वीं बटालियन के जवान अरविंद कुमार ने रक्तदान कर एक मासूम बच्ची की जान बचाई।

इस मानवीय कार्य की स्थानीय लोगों में काफी चर्चा हो रही है। एसएसबी के प्रति विश्वास और सम्मान और अधिक बढ़ गया है। बच्ची के परिजनों ने जवान अरविंद कुमार और एसएसबी बटालियन के प्रति आभार व्यक्त किया है।
रक्सौल के डंकन अस्पताल में कौवाधांगड़ गांव निवासी अरविंद महतो की 11 माह की बेटी मौसम कुमारी गंभीर रूप से बीमार थी और उसे आईसीयू में भर्ती किया गया था। बच्ची को तत्काल रक्त की जरूरत थी, लेकिन परिजनों को रक्तदाता नहीं मिल पा रहा था।
परिजनों की चिंता उस वक्त कम हुई जब एसएसबी के जवान अरविंद कुमार ने तुरंत आगे आकर रक्तदान किया, जिससे बच्ची की जान बच गई।
एसएसबी 47वीं बटालियन के सेनानायक विकास कुमार ने बताया कि जैसे ही बटालियन को बच्ची को रक्त की आवश्यकता की सूचना मिली, जवान तुरंत मदद के लिए आगे आए। अरविंद कुमार बिना समय गंवाए अस्पताल पहुंचे और रक्तदान कर बच्ची को नया जीवन दिया।
सेनानायक ने कहा कि एसएसबी का कर्तव्य सिर्फ सीमा सुरक्षा तक सीमित नहीं है बल्कि सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले नागरिकों की हरसंभव सहायता करना भी उनकी जिम्मेदारी है। एसएसबी के जवान समय-समय पर रक्तदान, चिकित्सा सहायता और अन्य सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
इस मानवीय कार्य से स्थानीय लोगों में एसएसबी के प्रति विश्वास और सम्मान और अधिक बढ़ गया है। बच्ची के परिजनों ने जवान अरविंद कुमार और एसएसबी बटालियन के प्रति आभार व्यक्त किया।
इस घटना ने साबित कर दिया कि एसएसबी के जवान सिर्फ वर्दीधारी सैनिक ही नहीं, बल्कि समाज के सच्चे सेवक भी हैं।
Motihari Raxaul India/Nepal Today’s Boarder uptakes-
Not Just Border Security, SSB Jawans Also Care for People’s Lives – A Heartwarming Act of Kindness
SSB Jawan Donates Blood to Save the Life of an 11-Month-Old Baby