मोतिहारी| आदापुर। बबिता शंकर गिरि|
न्यू प्राइमरी स्कूल, हरपुर में कारगिल विजय दिवस की 26वीं वर्षगांठ मनायी गयी
पूर्वी चम्पारण में आदापुर क्षेत्र के न्यू प्राइमरी स्कूल हरपुर नॉर्थ टोला में शनिवार को कारगिल विजय दिवस की 26वीं वर्षगांठ बड़ी श्रद्धा के साथ मनायी गयी। इस मौके पर स्कूल परिसर में बैगलेस डे कार्यक्रम रखा गया, जिसका नेतृत्व प्रधान शिक्षक ने किया।
बच्चों ने अमर जवानों का किया सम्मान-
कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने अमर जवानों के प्रतीक चिह्न को श्रद्धांजलि दी, अमर जवान ज्योति जलायी और शहीदों की तस्वीरों पर पुष्प अर्पित किये। बच्चों ने देश सेवा की शपथ भी ली। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान से हुई।
शिक्षकों ने बताया कारगिल युद्ध का महत्व-
इस अवसर पर शिक्षक विनोद कुमार ने कारगिल युद्ध को भारतीय सेना और खुफिया एजेंसियों के लिए एक बड़ा सबक बताया। उन्होंने बताया कि 85 दिनों तक चली इस लड़ाई में भारतीय सेना के साहस और पराक्रम ने दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।
शिक्षक राहुल कुमार ने जानकारी दी कि इस युद्ध में भारत ने जहां 527 जवान खोए, वहीं पाकिस्तान के करीब 4000 सैनिक मारे गए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सैनिक अपने घायल और मृत सैनिकों को छोड़कर भाग गए थे।
आधुनिक तकनीक से बदल गया है युद्ध का स्वरूप-
प्रधान शिक्षक शिव शंकर गिरि ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में ब्रह्मोस, आकाश मिसाइल प्रणाली, उन्नत तोपों व ड्रोनों के इस्तेमाल से युद्ध का समीकरण पूरी तरह बदल गया है। अब सटीक इंटेलिजेंस, बेहतर संचार, साइबर वॉरफेयर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के समन्वय से सेना पहले से कहीं अधिक मजबूत हुई है। अगर कारगिल युद्ध के समय ऐसे संसाधन होते तो नुकसान कम होता।
बड़ी संख्या में बच्चों की सहभागिता-
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगीत के साथ हुआ। इसमें बब्ली कुमारी, सबरु नेशा, अंजलि कुमारी, मुस्कान खातून, सुष्मिता कुमारी, अमृता कुमारी, प्रियंका कुमारी, रबीना खातून, अंकिता कुमारी, अंजू कुमारी, घनश्याम कुमार, उमेश कुमार, आशीष कुमार, अंशु कुमार सहित सैकड़ों बच्चे उपस्थित रहे।
समाचार को पूरी तरह से मूल रूप से लिखा गया है, तथ्यों को बनाए रखते हुए भाषा में बदलाव किया गया है।
Motihari | Kargil Vijay Diwas at Aadapur School: Children Pay Tribute to the Martyrs
At Aadapur’s New Primary School, Harpur North Tola, the 26th anniversary of Kargil Vijay Diwas was observed with great reverence. Children paid tribute to the immortal soldiers by lighting the Amar Jawan Jyoti, offering flowers to the martyrs’ portraits, and taking a pledge to serve the nation.
The event began with the national anthem and included speeches by teachers highlighting the significance of the Kargil War and the valor of the Indian armed forces. The ceremony concluded with the national song, with the participation of scores of students and teachers.












