अपहरण व जबरन वसूली के आरोप में पुलिस कार्रवाई-
मोतिहारी/मेहसी:
उत्तर बिहार के कुख्यात गैंगेस्टर मुकेश पाठक को पुलिस ने उसके दो सहयोगियों के साथ दबोच लिया है। यह गिरफ्तारी मेहसी थाना क्षेत्र के मरूआबाद गांव से हुई, जहां मुकेश बीते कुछ महीनों से ज़मानत पर बाहर आकर दोबारा सक्रिय था। मुकेश के साथ गिरफ्तार किए गए अन्य दो अभियुक्त हैं—अविनाश गिरि (रजुआ बखरी, मेहसी) और धीरज कुमार यादव (मंझन छपरा, मेहसी)।
पाठक पर हत्या, रंगदारी, जमीन पर अवैध कब्जा, अपहरण समेत दर्जनों संगीन आपराधिक मामले पहले से दर्ज हैं।
घटना का ब्यौरा-
- पुलिस के अनुसार, मेहसी के नियामतगंज निवासी रंजीत कुमार ने FIR दर्ज कराई थी कि मुकेश पाठक और उसके साथियों ने उनके भाई अर्जुन प्रसाद और भतीजे अभिषेक कुमार का सेंट्रल बैंक के सामने से बोलेरो और बाइक से जबरन अपहरण कर लिया। दोनों को अपने गांव मरूआबाद स्थित मुकेश के घर ले जाकर मारपीट की गयी तथा रंगदारी मांगी गयी।
- पुलिस ने बिना देर किये विशेष टीम गठित कर चकिया डीएसपी संतोष कुमार के नेतृत्व में रात में छापेमारी कर तीनों को गिरफ्तार किया और प्रयुक्त बोलेरो गाड़ी भी जब्त कर ली।
- गिरफ्तार किए गए अन्य दो अभियुक्त हैं—अविनाश गिरि (रजुआ बखरी, मेहसी) और धीरज कुमार यादव (मंझन छपरा, मेहसी)।
- तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
संगीन आपराधिक इतिहास-
- मुकेश पाठक पर उत्तर बिहार के कई जिलों—पूर्वी चंपारण, दरभंगा, सीतामढ़ी, शिवहर आदि—में 22 से अधिक हत्या, रंगदारी, लूट, अपहरण के मुकदमे दर्ज हैं।
- दरभंगा डबल इंजीनियर मर्डर जैसे चर्चित मामलों में भी उसका नाम जुड़ा रहा है।
- अपराध जगत में मुकेश की पहचान संतोष झा के साथ बनाई गई थी। दोनों की जोड़ी वर्चस्व के लिए काफ़ी बदनाम रही है। बाद में आपसी टकराव के चलते सीतामढ़ी कोर्ट में संतोष झा की हत्या का आरोप भी मुकेश पर ही आया था।
पुलिस की खास रणनीति-
- आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) बनाई गई, जिसमें चकिया डीएसपी, इंस्पेक्टर, थानाध्यक्ष, दरोगा सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
- मामले के बाद स्थानीय लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है और आमजन में राहत की भावना देखी जा रही है।
अन्य तथ्य-
- मुकेश का आपराधिक सफर साल 2003 से शुरू हुआ, जब उसने पारिवारिक विवाद में अपने चचेरे भाई की हत्या की थी।
- पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, मुकेश ने अपराध से अर्जित पैसे से खुद की गैंग खड़ी की और अपराध की दुनिया में अपना अलग दबदबा बनाया।
- उस पर अपने गुरु माने जाने वाले कुख्यात अपराधी संतोष झा की हत्या का भी आरोप लगाया गया था।
निष्कर्ष
मुकेश पाठक की गिरफ्तारी उत्तर बिहार क्षेत्र के लिए बड़ी राहत मानी जा रही है, जहां वह वर्षों से आतंक का पर्याय बन गया था। पुलिस लगातार उसके गिरोह पर शिकंजा कसने की कोशिश में थी, जो आखिरकार सफल रही।
Motihari | Gangster Mukesh Pathak, accused in two dozen criminal cases, arrested along with his two associates.












