New Delhi | आनंद कुमार।
मुख्य घटना
- बीजेपी ने आज आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर वक्फ संशोधन अधिनियम (Waqf Amendment Act) को लेकर दिए गए विवादित बयान पर तीखा हमला बोला।
- तेजस्वी यादव ने पटना की एक रैली में कहा कि “संसद द्वारा पास किए गए कानून को कूड़ेदान में फेंक देंगे।”
बीजेपी का पक्ष
- बीजेपी प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि तेजस्वी यादव को न संसद का सम्मान है, न न्यायपालिका का।
- उन्होंने इसे “गंभीर दुर्भाग्यपूर्ण” बताया और कहा कि विपक्षी दलों की आदत है संविधान को कूड़ेदान में फेंकने की, जो इमरजेंसी के समय से चली आ रही है।
तेजस्वी यादव का बयान
- तेजस्वी यादव ने वक्फ संशोधन बिल का विरोध करते हुए कहा कि तथाकथित धर्मनिरपेक्ष पार्टियां सिर्फ सत्ता के लिए राजनीति करती हैं, न कि देश या किसी विचारधारा के लिए।
- आरजेडी ने इस कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की है।
वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 क्या है?
- यह बिल वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए लाया गया है।
- इसमें महिलाओं को वक्फ बोर्ड में शामिल करने, बिना सत्यापन के संपत्ति को वक्फ घोषित करने की शक्ति कम करने, और कई पुराने प्रावधानों को हटाने जैसे बदलाव किए गए हैं।
- संसद के दोनों सदनों में पास होने के बाद राष्ट्रपति की मंजूरी मिल गई है।
विवाद और सुप्रीम कोर्ट में चुनौती
- कानून के खिलाफ देशभर में विरोध और सुप्रीम कोर्ट में 73 याचिकाएं दाखिल हुई हैं।
- याचिकाकर्ताओं का आरोप है कि यह कानून मुसलमानों के अधिकारों का हनन करता है, जबकि सरकार का कहना है कि इससे पारदर्शिता आएगी।
निष्कर्ष
- बीजेपी ने तेजस्वी यादव के बयान को संविधान और संसद का अपमान बताया है।
- वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर देश में राजनीतिक और कानूनी विवाद जारी है।