लावारिस दिव्यांग जन को भोजन व संत रविदास के आदर्शों पर जोर
मीना तिवारी अवध की रिपोर्ट|
बेतिया। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित बेलवा घाट परिसर में माघ पूर्णिमा और संत शिरोमणि रविदास जयंती के अवसर पर 139वीं नारायणी गंडकी महाआरती का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन अंतरराष्ट्रीय न्यास स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा किया गया।
दीप प्रज्वलन से हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ
महाआरती का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिमरी नौतनवा के मुखिया खूब लाल बड़घड़िया, अति विशिष्ट अतिथि सत्यनारायण शुक्ल, विशिष्ट अतिथि थरुहट के निर्माता एचेल थारू, समाजसेवी संगीत आनंद, संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्ष अंजु देवी, आचार्य पंडित अनिरुद्ध द्विवेदी, फाइटर जयदेव कुमार, अभिनेता सोनू चौधरी, गायक नंद महतो, रुद्र नेचुरल शहद के निर्माता सत्येंद्र सिंह, सुमन देवी, जनी शक्ति फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्षा लक्ष्मी खत्री, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के फील्ड असिस्टेंट मुकेश कुमार, गायिका मधु देवी, हिरिमती देवी, एवं हरिद्वार कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
पर्यावरण संरक्षण और संत रविदास के आदर्शों पर जोर
मुख्य अतिथि खूब लाल बड़घड़िया ने कहा कि नारायणी गंडकी महाआरती के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के प्रति जनजागृति फैलाने का कार्य किया जा रहा है। वहीं, गोरखपुर से आए सत्यनारायण शुक्ल ने कहा कि संत शिरोमणि रविदास जी के आदर्श हमें समाज की सेवा और मानवता का मार्ग दिखाते हैं।
जरूरतमंदों की सेवा को प्राथमिकता
समाजसेवी संगीत आनंद ने बताया कि संस्था 14 नवंबर 2012 से लावारिस दिव्यांग जन को भोजन उपलब्ध करा रही है, और सेवा को ही सबसे बड़ा धर्म मानती है। फाइटर जयदेव कुमार ने कहा कि यह महाआरती नवोदित कलाकारों को एक मंच प्रदान करने का भी कार्य करती है।
संगीत और सम्मान समारोह
गायक नंद महतो, मधु देवी, हिरिमती देवी और संगीत आनंद ने भजन प्रस्तुत कर वातावरण को भक्तिमय बना दिया। कार्यक्रम में संस्था द्वारा मुख्य अतिथि खूब लाल बड़घड़िया, हरिद्वार कुमार, सत्यनारायण शुक्ल, एचेल थारू, मुकेश कुमार सहित कई विशिष्ट व्यक्तियों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
सामाजिक कार्यों में योगदान के लिए आभार
संस्था ने विभिन्न सामाजिक कार्यों में सहयोग देने के लिए वर्ल्ड मीडिया विजन के राजेश गुप्ता, धर्मपाल गुरु वशिष्ठ जी महाराज, फौजी विद्यासागर राणा, फौजी चंद्रमोहन तिवारी और धमाका फिल्म्स के निर्माता अरविंद अकेला के प्रति आभार प्रकट किया।
विश्व शांति के लिए हवन और प्रार्थना
कार्यक्रम में कथा, पूजा-पाठ और हवन के माध्यम से विश्व शांति की कामना की गई। आचार्य पंडित अनिरुद्ध द्विवेदी ने बताया कि माघ पूर्णिमा के दिन नदी तट पर महाआरती में भाग लेना, दीपदान और चंद्रमा को अर्घ्य देना विशेष पुण्यदायी माना जाता है।
महाकुंभ में दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि
कार्यक्रम के अंत में प्रयागराज महाकुंभ के दौरान भगदड़ में दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया और गंगा मैया से प्रार्थना की गई कि वे सभी आत्माओं को परमधाम में स्थान दें।
कार्यक्रम का संचालन संगीत आनंद ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन निर्माता एचेल थारू ने किया। महाप्रसाद की व्यवस्था स्वरांजलि सेगम, विजय कुमार और पवन भट्टराई द्वारा की गई।
Sant Shiromani Ravidas Jayanti: Environmental Awareness Through the 139th Narayani Gandaki Maha Aarti on the India-Nepal Border. Photo- देश वाणी।