रायपुर। छत्तीसगढ़ में नारायणपुर जिले में शनिवार की रात सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में कम से कम 30 माओवादी मारे गए हैं। बताया जा रह है कि यह संख्या बढ़ भी सकती है। पुलिस ने माओवादियों के असलहा भी बरामद किए हैं।
बताया जा रहा है कि मुठभेड़ नारायणपुर-दंतेवाड़ा सीमा पर थुलथुली और नेंदुर गांव के बीच हुई है।
इस साल जनवरी से अब तक छत्तीसगढ़ में 171 माओवादी पुलिस मुढभेड़ में ढेर किए गए हैं। वहीं दूसरी तरफ माओवादियों ने बड़ी संख्या में सरकार के सामने हथियार डालें हैं। यानी आत्म समर्पण करके मुखधारा में जुड़ने का वादा किया है। बताया जा रहा है कि मुठभेड़ नारायणपुर-दंतेवाड़ा सीमा पर थुलथुली और नेंदुर गांव के बीच हुई है।
छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री ने डीडी न्यूज सहित कई टीवी चैनलों पर बात करते हुए कहा है कि पुलिस के साथ मुठभेड़ में बड़ी संख्या माओवादी मारे गए हैं।
उन्होंने कहा कि अब तक मारे गए माओवादियों में ये सबसे बड़ी घटना है। यह भी कहा कि शीघ्र छत्तीसगढ़ राज्य माओवादियों से मुक्त होगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस ऑपरेशन के लिए सुरक्षा बलों की सराहना की । उन्होंने यह भी कहा कि डबल इंजन की सरकार राज्य में माएवादियों मुक्त कराने को प्रतिबद्ध है।
सुरक्षा बलों का तलाशी अभियान अभी भी जारी है। मुठभेड़ में मारे गए माओवादियों की संख्या बढ़ सकती है।
साल 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद यह पहली बार है जब किसी एक वर्ष में इतनी बड़ी संख्या में माओवादी मारे गए हैं। इसी साल 16 अप्रैल को कांकेर ज़िले के कलपर में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में 29 संदिग्ध माओवादियों को मार गिराने का दावा किया था, लेकिन शुक्रवार की मुठभेड़ की घटना ने इस संख्या को पार कर लिया है।