Raxaul|अनिल कुमार|
एसएसबी ने दी कड़ी कार्रवाई को अंजाम
भारत-नेपाल सीमा पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 47वीं बटालियन ने रविवार को बड़ी सफलता हासिल की। जवानों ने भारी मात्रा में मादक पदार्थ की खेप के साथ दो तस्करों को दबोच लिया। बरामद चरस का वजन 62 किलो 666 ग्राम है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 14 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
गुप्त सूचना पर कसा गया जाल
कमांडेंट संजय पांडेय ने बताया कि उन्हें गोपनीय सूचना प्राप्त हुई थी कि नेपाल से भारत में मादक पदार्थों की बड़ी खेप भेजी जा सकती है। इस आधार पर सीमा पर चौकसी बढ़ाई गई और हर वाहन व आने-जाने वालों की कड़ी जांच शुरू की गई।
सीमा पर पकड़े गए तस्कर
एसएसबी के जवानों ने पिलर संख्या 410/1 क्षेत्र, सिकटा चौकी के पास नेपाल से आ रही एक स्प्लेंडर मोटरसाइकिल को रोका। मोटरसाइकिल पर सवार दोनों व्यक्तियों ने जवानों को देखकर भागने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हें खदेड़कर गिरफ्तार कर लिया। तलाशी में उनके पास से बड़ी मात्रा में नेपाली चरस बरामद हुई।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
पकड़े गए तस्करों की पहचान बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के रहने वाले सोनू कुमार और रमेश कुमार के रूप में हुई है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि दोनों नेपाल से चरस लेकर भारतीय सीमा में दाखिल हुए थे और इसे अन्य स्थानों पर सप्लाई करने की योजना बना रहे थे।
पुलिस को सौंपे गए आरोपी
आवश्यक औपचारिकताओं के बाद दोनों तस्करों को स्थानीय थाने की पुलिस को सौंप दिया गया। अब पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है ताकि तस्करी में लिप्त अन्य लोगों का भी पता चल सके।
तस्करी पर नकेल कसने की मुहिम जारी
कमांडेंट संजय पांडेय ने कहा कि नशे के अवैध कारोबार को रोकने के लिए एसएसबी लगातार सक्रिय है। जवानों की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई के कारण सीमा पर चरस की यह बड़ी खेप जब्त हो पाई। इस सफलता से मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह को करारा झटका लगा है।
Motihari |Raxaul| Two Smugglers Caught with Over 62 kg of Charas at Indo-Nepal Border