जितेन्द्र कुमार सिन्हा।
आंध्र प्रदेश और बिहार के दो वीर सपूत – क्रमशः हवलदार मुरली नाइक और बीएसएफ सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज – हाल ही में पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए। एक ने जम्मू-कश्मीर की नियंत्रण रेखा (LoC) पर प्राण न्योछावर किए, तो दूसरे ने जम्मू के आरएसपुरा सेक्टर में सीमा की रक्षा करते हुए अपनी जान दी। दोनों के पार्थिव शरीर को पूरे सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ उनके गांव लाया गया, जहां हजारों लोगों ने अंतिम विदाई दी।
1. हवलदार मुरली नाइक: श्री सत्य साईं का वीर सपूत
नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी गोलीबारी में शहादत
8 मई की रात आंध्र प्रदेश के श्री सत्य साईं जिले के रहने वाले हवलदार मुरली नाइक पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में शहीद हो गए। वे नियंत्रण रेखा पर तैनात थे और दुश्मन की गोलियों का बहादुरी से सामना करते हुए देश के लिए बलिदान हो गए।
अंतिम विदाई में उमड़ा जनसैलाब
उनका पार्थिव शरीर कल शाम उनके गांव लाया गया। अंतिम दर्शन के लिए दूर-दराज के इलाकों से हजारों लोग पहुंचे। सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
सरकारी सहायता की घोषणा
आंध्र प्रदेश सरकार ने मुरली नाइक के परिवार को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि, 5 एकड़ कृषि भूमि, 300 वर्ग गज का आवासीय प्लॉट और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है।
2. सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज: बिहार के लाल की शहादत
आरएसपुरा सेक्टर में ड्यूटी के दौरान गोलीबारी
जम्मू जिले के आरएसपुरा सेक्टर में ड्यूटी पर तैनात बीएसएफ सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में शहीद हो गए। वे बिहार के सारण जिले के गरखा थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव के निवासी थे।
आज शाम पहुंचेगा पार्थिव शरीर
उनका पार्थिव शरीर आज शाम तक उनके पैतृक गांव पहुंचेगा, जहां उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी। शोक की इस घड़ी में पूरा गांव गमगीन है और उनके परिवार के साथ खड़ा है।
देश अपने इन दोनों वीर सपूतों को नमन करता है, जिन्होंने सीमाओं की रक्षा करते हुए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। भारत हमेशा इनकी बहादुरी और बलिदान को याद रखेगा।
Tribute Paid to Bravehearts from Bihar and Andhra Pradesh Martyred on Two Frontlines of India