चोरी का खुलासा और गिरोह का भंडाफोड़
IOCL पाइपलाइन से देशभर में फ्यूल चोरी की लगातार घटनाएं, समाधान की जरूरत
Motihari East Champaran KotwaPS Bihar #Inian Oil Corporation #PipelineOilTheftUpdates Today’sBiharBigBreakingNews निखिल विजय सिंह की रिपोर्ट।
मोतिहारी। बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में बिछे पाइपलाइन से फ़्यूल चोरी के लिए पश्चिम बंगाल व यूपी से एक्सपर्ट बुलाए गये थे। पूर्वी चम्पारण की पुलिस ने कोटवा थाना क्षेत्र में रेड कर तीन लोगों को दबोचा है। इनके पास टैंकर के साथ कई इक्विपमेंट जब्त किए गये हैं।पुलिस का कहना है कि तीनों अभियुक्तों को पाइपलाइन से तेल निकालते दबोचा गया है।

गिरफ्तार आभियुक्तों के नाम व पता-
- पलाश नस्कर – पिता: स्व. मानिक चंद्र नस्कर, निवासी: रहीम ओस्टागर रोड, थाना: लेक कोलकाता, पश्चिम बंगाल।
- भगवान यादव – पिता: स्व. इन्द्रदेव यादव, निवासी: महाराजपुर, थाना: सहतवार, जिला: बलिया, उत्तर प्रदेश।
- सरवन कुमार यादव – पिता: शिवजी यादव, निवासी: चांदपुर, थाना: सहतवार, जिला: बलिया, उत्तर प्रदेश।
IOCL (इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन) के पाइपलाइन से फ्यूल चोरी के तीन अभियुक्तों में मास्टरमाइंड पलाश नस्कर (पश्चिम बंगाल) का नाम बताया गया है। इसके साथ दो अन्य संलिप्त भगवान यादव और सरवन कुमार यादव (उत्तर प्रदेश) शामिल हैं। इनके पास से एक टैंकर और चोरी में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण ज़ब्त किए गये हैं।
अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़।
पूर्वी चम्पारण के एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा-
दिनांक-17.02.2025 को सूचना मिला की I.O.C तेल पाइपलाइन से फतूहां नवादा गाँव के पास कुछ चोर द्वारा तेल चोरी का प्रयास किया जा रहा है। इस सूचना पर कोटवा थाना द्वारा त्वरित कार कार्रवाई करते हुए 03 पेशेवर चोर को एक टैंकर गाड़ी एंव चोरी में इस्तेमाल किये जाने वाले समान के साथ गिरफ्तार किया गया। इस संदर्भ में कोटवा थाना द्वारा कांड दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।
कैसे अंजाम दी जाती थी चोरी?
यह गिरोह अत्याधुनिक तरीकों से पाइपलाइन में ड्रिलिंग कर नोजल लगाता था और टैंकरों के जरिए बड़ी मात्रा में डीजल और पेट्रोल की चोरी करता था। इस गिरोह का नेटवर्क बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल तक फैला हुआ था और तेल कंपनियों को करोड़ों रुपये का नुकसान हो चुका है।
तेल टैंकर सहित जब्त उपकरण –
बिजली का तार -02 बंडल (60मी0)
होल्डिंग मशीन-01 पीस
होल्डर तार-04 पीस,
मोबाईल-07,
चरस जैसा मादक पदार्थ-1.05 कि0ग्रा0
कुदाल-01, गैंता-01, करनी-01, हथौड़ी-01, पंच रड-06, लोहा काटने वाली आरी-01, बाल्टी-01, पलेन्जर-01, रेती-01, कलेंच-01, चाकू-01,
ट्रक-01,
चोरी की बढ़ती घटनाएं और सुरक्षा उपायों की जरूरत
पाइपलाइन से तेल चोरी की घटनाएं देशभर में लगातार बढ़ रही हैं। कई मामलों में देखा गया है कि चोर नए-नए तरीकों से पाइपलाइन को क्षतिग्रस्त कर ईंधन चुराने में सफल हो जाते हैं। कुछ मामलों में तो पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी इस अवैध धंधे में संलिप्त पाए गए हैं।
तकनीकी विकास के इस दौर में अब समय आ गया है कि तेल कंपनियां और सरकार पाइपलाइनों की सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाएं। कुछ संभावित उपाय निम्नलिखित हो सकते हैं—
- अलार्म सिस्टम और सेंसर तकनीक: पाइपलाइनों पर सेंसर और अलार्म सिस्टम लगाए जाएं, जिससे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को मिले।
- सीसीटीवी और ड्रोन सर्विलांस: संवेदनशील पाइपलाइन क्षेत्रों की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन तैनात किए जाएं।
- जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम: पाइपलाइन के भीतर तेल के प्रवाह को मॉनिटर करने के लिए जीपीएस आधारित निगरानी प्रणाली विकसित की जाए।
- गश्त और सुरक्षा बलों की तैनाती: संवेदनशील क्षेत्रों में नियमित गश्त और पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए।
- सख्त कानूनी कार्रवाई: तेल चोरी में पकड़े गए अपराधियों पर कठोर धाराओं में मामला दर्ज कर कड़ी सजा दी जाए।
तेल चोरी की यह पहली घटना नहीं, देशभर की कुछ अन्य अन्य वारदात-
यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी देशभर में तेल चोरी के कई बड़े मामले सामने आ चुके हैं—
यह पहली बार नहीं है जब इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (IOCL) की पाइपलाइन से तेल चोरी का मामला सामने आया हो। हाल के वर्षों में देश के विभिन्न हिस्सों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं—
- 2024, हरियाणा: कुरुक्षेत्र में IOCL की कुरुक्षेत्र-रुड़की-नजीबाबाद पाइपलाइन (KRNPL) से तेल चोरी करने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड गिरफ्तार किया गया। इस गिरोह ने पाइपलाइन से चोरी करके अवैध रूप से तेल बेचा था।
- 2023, राजस्थान: ब्यावर में IOCL की पाइपलाइन से तेल चोरी के लिए बकायदा एक सुरंग बनाई गई थी। चोरी का यह संगठित तरीका दर्शाता है कि तेल माफिया कितने सुनियोजित तरीके से काम कर रहे हैं【16】।
- 2023, असम: इंडियन ऑयल पाइपलाइन से डीजल चोरी के मामले में सरकारी अधिकारियों की संलिप्तता भी सामने आई थी।
- 2022, उत्तर प्रदेश: कानपुर में एक गिरोह को पेट्रोल चोरी करते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया था।
- 2021, महाराष्ट्र: मुंबई में भूमिगत पाइपलाइन से तेल चोरी कर नकली डीजल तैयार करने का मामला सामने आया था।
ये घटनाएं दिखाती हैं कि तेल चोरी एक संगठित अपराध बन चुका है, जिसमें कई बार सरकारी अधिकारी और स्थानीय अपराधी भी शामिल होते हैं।
निष्कर्ष
देश में तेल पाइपलाइनों की सुरक्षा एक गंभीर विषय बन चुकी है। लगातार हो रही तेल चोरी से सरकार और तेल कंपनियों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए आधुनिक तकनीक और कड़े सुरक्षा उपायों को अपनाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
Experts from West Bengal and UP Hired for IOCL Pipeline Fuel Theft, Three Arrested in East champaran