पटना, 17 नवम्बर। (जितेन्द्र कुमार सिन्हा)
मानव सेवा, आध्यात्मिकता और संस्कृति संरक्षण में दिया अद्वितीय योगदान-
मानवता, आध्यात्मिकता और भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले बिहार के पंडित शम्भू नाथ झा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है। उनके सेवाभाव, ज्ञान और समाजिक योगदान को देखते हुए अजरबैजान, वियतनाम और मलेशिया जैसे देशों ने उन्हें प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा है। यह सम्मान भारत की सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ बिहार की गौरवशाली परंपरा के लिए भी गर्व का विषय है।
आध्यात्मिक और सामाजिक कार्यों में निरंतर सक्रियता-
पंडित शम्भू नाथ झा एक प्रसिद्ध फेस रीडर, वैदिक आचार्य और समाजसेवी के रूप में जाने जाते हैं। वे वर्षों से लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का कार्य कर रहे हैं। उनके आध्यात्मिक ज्ञान, सरलता और सेवा भावना ने अनगिनत लोगों को प्रेरित किया है। चाहे किसी व्यक्ति का मानसिक द्वंद्व हो या पारिवारिक समस्या — उनके मार्गदर्शन से अनेक लोगों को समाधान और मानसिक शांति मिली है।
भारत और विदेश दोनों में मिली मान्यता-
अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने से पहले भी उन्हें भारत में अनेक मंचों पर सम्मान मिल चुका है। ओडिशा सरकार के प्रधान सचिव संजय कुमार सिंह ने उन्हें सामाजिक और आध्यात्मिक सेवाओं के लिए सम्मानित किया। बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने फेस रीडिंग और रुद्राभिषेक के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें “जीनियस अवार्ड” प्रदान किया था। इसके अतिरिक्त, उन्हें संस्कार संस्कृति संरक्षण समिति द्वारा “ऋषि सम्मान 2024” से भी विभूषित किया गया।
भारतीय संस्कृति के दूत के रूप में प्रसिद्ध-
उनका योगदान केवल धार्मिक अनुष्ठानों तक सीमित नहीं है। रुद्राभिषेक, वैदिक मंत्रोच्चार और यज्ञों की शुद्धता के कारण वे देशभर में सम्मानित हैं। उनकी वाणी और मंत्रों की ऊर्जा अनेक लोगों के लिए आस्था और शांति का माध्यम बनी है। पंडित झा यह साबित करते हैं कि भारतीय आध्यात्मिक परंपरा आज भी विश्व मंच पर अपना प्रभाव बनाए हुए है।
युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत-
पंडित शम्भू नाथ झा का अंतरराष्ट्रीय सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत समर्पण की मान्यता है, बल्कि यह दिखाता है कि जब कोई व्यक्ति ज्ञान, तप और सेवा को जीवन का आधार बना लेता है, तो वह सीमाओं से परे जाकर भी लोगों के जीवन को स्पर्श कर सकता है। उनके कार्य आज की युवा पीढ़ी को यह प्रेरणा देते हैं कि भारतीय संस्कृति और मानवता की सेवा में योगदान देना सबसे बड़ा सम्मान है।
निस्संदेह, पंडित शम्भू नाथ झा की यह उपलब्धि समाज, संस्कृति और अध्यात्म की दिशा में नई ऊर्जा और प्रकाश का स्रोत बनी रहेगी।
Patna | Bihar’s pride, Pandit Shambhu Nath Jha, received an international honor/award.












