रक्सौल। अनिल कुमार।
मैत्री ब्रिज पर संदेह के आधार पर रोका गया व्यक्ति और नाबालिग लड़की
भारत-नेपाल सीमा पर रक्सौल स्थित मैत्री ब्रिज के पास एएचटीयू (AHTU) टीम ने संदेह के आधार पर एक व्यक्ति और नाबालिग लड़की को रोका। प्राथमिक जांच में मामला मानव तस्करी का प्रतीत हुआ।
काउंसलिंग में सामने आया शादी और अच्छे जीवन का झांसा
मानव तस्करी रोधी इकाई, 47वीं वाहिनी, प्रयास जुबेनाइल एड सेंटर पूर्वी चम्पारण और स्वच्छ रक्सौल संस्था द्वारा काउंसलिंग के दौरान नाबालिग लड़की ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए।
लड़की ने बताया कि कुछ महीने पहले स्कूल जाने के दौरान उक्त व्यक्ति ने उससे दोस्ती की और शादी कर बेहतर जीवन जीने का झांसा दिया।
काठमांडू ले जाने की फिराक में था
नाबालिग लड़की ने खुलासा किया कि व्यक्ति उसे काठमांडू, नेपाल में अपने दोस्तों के पास ले जाने और वहां शादी करने की बात कह रहा था। जांच के दौरान आरोपी के पास से विभिन्न कंपनियों के कई टूटे हुए सिम कार्ड बरामद हुए, जिनके बारे में वह संतोषजनक जवाब देने में असफल रहा।
यौन शोषण का भी आरोप
आगे की काउंसलिंग में यह भी सामने आया कि आरोपी ने शादी का वादा कर लड़की का यौन शोषण किया।
परिजनों ने दर्ज कराई थी अपहरण की प्राथमिकी-
जब लड़की के परिवार से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि वह 21 सितम्बर की दोपहर से लापता थी। परिजनों ने बाराटी थाना, वैशाली में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
एफ.आई.आर. संख्या 332/25 दिनांक 21/09/2025 को धारा 137(2) एवं 96 बी एनएस के तहत मामला दर्ज किया गया।
हरैया थाना रक्सौल को सौंपी गयी कार्रवाई
एएचटीयू टीम ने 01 भारतीय नाबालिग लड़की और 01 तस्कर को अग्रिम कार्रवाई के लिए हरैया थाना रक्सौल को सौंप दिया है।
मौके पर उपस्थित अधिकारी और संस्थाएं
कार्रवाई के समय उपस्थित टीम में एंटी ह्यूमन ट्रेफिकिंग इंस्पेक्टर विकास कुमार, खेमराज, अरविंद द्विवेदी, नीतू कुमारी, आर्य लक्ष्मी, प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर पूर्वी चम्पारण की जिला परियोजना समन्वयक आरती कुमारी, सामाजिक कार्यकर्ता असीष कुमार, स्वच्छ संस्था के रंजीत सिंह एवं साबरा खातून मौजूद थे।
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