पटना, 10 मई |जितेन्द्र कुमार सिन्हा |
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित श्री जगन्नाथ मंगलम सभागार में 12 मई 2025 को एक विशेष आयोजन होने जा रहा है, जिसमें राष्ट्रीय संगोष्ठी के साथ-साथ समाजसेवी शिवप्रताप साव को ‘भारत गौरव अलंकरण’ से सम्मानित किया जाएगा। इस भव्य कार्यक्रम का आयोजन अमरनाथ साव शताब्दी समारोह, थावे विद्यापीठ (गोपालगंज, बिहार) और अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है।
प्रातः 10 बजे से आरंभ होगा आयोजन
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 10:00 बजे होगी, जिसमें मुख्य विषय रहेगा —
‘विकलांग विमर्श: परंपरा एवं विकास’।
यह सत्र एक गंभीर बौद्धिक संगोष्ठी के रूप में होगा, जहाँ देश भर से आए विशेषज्ञ और शोधकर्ता अपनी बात रखेंगे।
उद्घाटन सत्र के प्रमुख अतिथि और वक्ता
- मुख्य अतिथि: न्यायमूर्ति चंद्रभूषण बाजपेयी
- अध्यक्ष: डॉ. विनय कुमार पाठक
- विशिष्ट अतिथि: समाजसेवी शिवप्रताप साव सहित कई वरिष्ठ शिक्षाविद
देश भर के विद्वान प्रस्तुत करेंगे शोधपत्र
इस संगोष्ठी में देश के 9 राज्यों से आए करीब 50 विद्वान अपने शोधपत्र प्रस्तुत करेंगे। प्रमुख वक्ताओं में शामिल हैं:
- डॉ. जंगबहादुर पाण्डेय (रांची)
- डॉ. पी. एस. दयाल यति (बिहार)
- डॉ. पी. के. सिंहा (दिल्ली)
- डॉ. सुषमा मारुति चोंगले (महाराष्ट्र)
- डॉ. अनीता ठाकुर (कोलकाता)
- डॉ. अनुभूति शर्मा (भोपाल)
- डॉ. मंजूश्री वेदुला (ओडिशा)
- डॉ. बालकृष्ण पाण्डेय (शृंगवेरपुर)
- डॉ. भगवान प्रसाद उपाध्याय (प्रयागराज)
पुस्तक विमोचन का विशेष सत्र भी होगा
कार्यक्रम के दौरान दो महत्वपूर्ण पुस्तकों का विमोचन किया जाएगा:
- ‘विकलांग विमर्श: अस्तित्व का संघर्ष’ — संपादक: डॉ. दीनदयाल यादव
- ‘छत्तीसगढ़ पंचायती राज हैंडबुक’ — लेखक: न्यायमूर्ति चंद्रभूषण बाजपेयी, डॉ. विनय कुमार पाठक और डॉ. विनोद कुमार वर्मा
शाम 6 बजे होगा भारत गौरव अलंकरण समारोह
कार्यक्रम के दूसरे चरण में, शाम 6:00 बजे, थावे विद्यापीठ द्वारा समाजसेवी शिवप्रताप साव को ‘भारत गौरव अलंकरण’ से सम्मानित किया जाएगा। इस सम्मान समारोह के प्रमुख अतिथि और विशिष्टजन होंगे:
- मुख्य अतिथि: आचार्य दिवाकरनाथ बाजपेयी, कुलपति, अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय
- अध्यक्ष: डॉ. विनय कुमार पाठक, कुलपति, थावे विद्यापीठ
- विशिष्ट अतिथि: डॉ. जे. बी. पाण्डेय, डॉ. पी. एस. दयाल यति, डॉ. पी. के. सिंहा
एक प्रेरणादायक संगम: विमर्श, सम्मान और सेवा का
यह आयोजन न केवल शैक्षणिक विमर्श को नई दिशा देगा, बल्कि समाजसेवा और राष्ट्र गौरव के प्रतीक बने शिवप्रताप साव को सम्मानित कर देशभर में प्रेरणा का संदेश भी देगा।