आर्थिक रूप से कमजोर उम्मीदवारों को राहत
राज्य मंत्रिमंडल ने प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रारंभिक चरण के लिए आवेदन शुल्क घटाकर केवल 100 रुपये कर दिया है। इसके साथ ही यह भी तय किया गया है कि मुख्य परीक्षा (मेन) के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा। इस निर्णय से गरीब और साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले अभ्यर्थियों को सीधा लाभ मिलेगा।
कैबिनेट की बैठक में हुआ निर्णय-
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में यह अहम फैसला लिया गया। बैठक में मंजूरी मिलने के बाद अब यह व्यवस्था बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC), बिहार कर्मचारी चयन आयोग, बिहार तकनीकी सेवा आयोग, बिहार पुलिस अधीनस्थ सेवा आयोग और केंद्रीय सिपाही चयन बोर्ड की परीक्षाओं पर भी लागू होगी।
8 गुना तक शुल्क में कमी-
पहले जहाँ प्रतियोगी परीक्षाओं की प्रारंभिक परीक्षा में अभ्यर्थियों को अधिक शुल्क देना पड़ता था, अब उसमें लगभग आठ गुना तक की कमी आई है। यह निर्णय छात्रों और उम्मीदवारों के आर्थिक बोझ को काफी हद तक हल्का करेगा।
स्वतंत्रता दिवस पर हुई थी घोषणा-
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पटना के गांधी मैदान में इस निर्णय की घोषणा की थी। उन्होंने स्पष्ट किया था कि मुख्य परीक्षा में बैठने के लिए अभ्यर्थियों से कोई भी शुल्क नहीं लिया जाएगा।
इस तरह राज्य सरकार का यह कदम न केवल प्रतियोगी परीक्षाओं के आर्थिक बोझ को कम करेगा, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर युवाओं को अवसर प्राप्त करने का समान मौका भी देगा।