New Delhi | Anand Kumar|
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने घोषणा की है कि अब से कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा साल में दो बार ली जाएगी। यह नया नियम अगले साल से लागू होगा। पहली परीक्षा फरवरी व दूसरी परीक्षा मई में होगी।
पहली अनिवार्य (जरूरी), वैकल्पिक (ऑप्शनल) होगी-
पहली परीक्षा फरवरी में होगी और यह सभी छात्रों के लिए अनिवार्य (जरूरी) होगी। दूसरी परीक्षा मई में होगी, जो कि वैकल्पिक (ऑप्शनल) होगी। इसका मतलब है कि जिन छात्रों को अपने अंकों में सुधार करना है, वे इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
छात्र विज्ञान (Science), गणित (Mathematics), सामाजिक विज्ञान (Social Science) और भाषाओं में से किसी भी तीन विषयों में अपने अंकों को सुधारने का मौका पा सकेंगे। पहली परीक्षा के नतीजे अप्रैल में और दूसरी के नतीजे जून में घोषित किए जाएंगे।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस फैसले की सराहना की और कहा कि यह कदम छात्रों के तनाव को कम करेगा, उन्हें अधिक लचीलापन (Flexibility) देगा और पढ़ाई को आनंददायक बनाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि यह फैसला राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) की सिफारिशों पर आधारित है, जिसमें कहा गया है कि छात्रों को एक ही शैक्षणिक सत्र में दो अवसर मिलना चाहिए ताकि वे बेहतर प्रदर्शन कर सकें। यह निर्णय दुनियाभर की शैक्षणिक प्रणाली से मेल खाता है और छात्रों को केंद्र में रखकर बनाया गया है।
सारांश में:
- कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा अब साल में दो बार होगी
- पहली परीक्षा फरवरी में अनिवार्य, दूसरी मई में वैकल्पिक
- तीन विषयों में सुधार का मौका
- अप्रैल और जून में परिणाम
- परीक्षा तनाव में कमी और छात्रों को बेहतर अवसर मिलेगा
यह बदलाव छात्रों के लिए एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।
CBSE Class 10 Board Exams to Be Held Twice a Year Starting Next Session