रक्सौल | अनिल कुमार
अम्बेडकर चौक पर बुधवार को अम्बेडकर ज्ञान मंच के तत्वावधान में संत शिरोमणि गुरु रविदास जी महाराज की जयंती श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंच के कोषाध्यक्ष श्रेयांश कुमार उर्फ बिट्टू गुप्ता ने की।
इस अवसर पर सदस्यों ने गुरु रविदास जी के तैलीय चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके जीवन और विचारों पर विस्तार से प्रकाश डाला। साथ ही संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर भी माल्यार्पण किया गया।
गुरु रविदास: सामाजिक क्रांति के उद्घोषक
मंच के संस्थापक मुनेश राम ने गुरु रविदास को सामाजिक क्रांति का उद्घोषक करार देते हुए कहा कि उन्होंने जात-पात और ऊंच-नीच के भेदभाव को समाप्त करने के लिए आजीवन संघर्ष किया। उनकी कल्पना का “बेगमपुरा राज” एक समतामूलक समाज की प्रेरणा देता है, जहां सभी को समान अधिकार मिले। उन्होंने कहा, “मन चंगा तो कठौती में गंगा”, यानी भक्ति को पाखंड और आडंबर से दूर रखा जाना चाहिए।
प्रखर समाजसेवी नुरुल्लाह खान ने कहा कि भारत में अनेक महान संत हुए हैं, जिन्होंने समाज को नई दिशा दी। संत रविदास ने आडंबर पर प्रहार करते हुए ईश्वर की प्राप्ति को मन की शुद्धि से जोड़ा और समाज को भाईचारे व समरसता का संदेश दिया।
वरीय सदस्य चंद्रकिशोर पाल ने जातिविहीन और भेदभावरहित समाज के निर्माण का संकल्प लेने का आह्वान किया।
संस्थापक सदस्य दीपक कुमार ने कहा कि वंचित वर्ग को संतों और महापुरुषों के विचारों से जोड़कर मुख्य धारा में शामिल करने की जरूरत है।
इस मौके पर भाग्यनारायण साह, विक्रांत कुमार पासवान, जयकुमार राम, मनोज कुमार पासवान सहित कई लोग उपस्थित रहे।
फोटो: रक्सौल में श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई संत गुरु रविदास जयंती। Photo- deshVani
Sant Guru Ravidas Jayanti Celebrated with Devotion and Respect in Raxaul