Motihari | निखिल विजय कुमार सिंह|
पूर्वी चंपारण के मोतिहारी में पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में 5 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से बड़ी मात्रा में नकद रुपये, नोट गिनने के तीन मशीन, लैपटॉप, चेकबुक और लग्जरी गाड़ियाँ बरामद की गई हैं। पुलिस का कहना है कि इनकी गाड़ी का नम्बर 8055 रहता है जिसे वे BOSS स्टाइल में अंकित कराते हैं।
पॉंच साइबर ठगों में चार मोतिहारी के राजाबाजार, चॉंदमारी व रघुनाथपुर के निवासी बताये गये हैं। जबकि एक अन्य मझौलिया निवासी।
शिकायत से खुला मामला-
मोतिहारी साइबर थाना को एक ऑनलाइन शिकायत मिली थी। जांच के बाद पता चला कि दिपांशु पांडेय नामक युवक साइबर ठगी में शामिल है। पूछताछ के दौरान दिपांशु ने 4 और अपराधियों के नाम बताए, जिन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया।
मोतिहारी में स्कूल की आड़ में साइबर ठगी का बड़ा खुलासा-
चांदमारी लालबंगला इलाके के एक स्कूल से साइबर ठगी करने वाले इस बड़े गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। यह गिरोह स्कूल की आड़ में लोगों को डिजिटल अरेस्ट कर लाखों रुपये की ठगी कर रहा था।
पुलिस को छापेमारी में क्या मिला:
- 29.29 लाख रुपये नकद
- 99,500 नेपाली रुपये
- 24 मोबाइल फोन
- 3 नोट गिनने की मशीन
- 2 लोकलम मेड रिवॉल्वर और 13 कारतूस
- 2 लग्जरी गाड़ियां
पुलिस अधीक्षक (SP) स्वर्ण प्रभात ने बताया कि यह गिरोह पुलिस की नजर में पिछले कई महीनों से था। लगातार तीन दिनों तक जिले के अलग-अलग इलाकों में छापेमारी की गई, जिसके बाद इस बड़े ठग नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ।
पुलिस को यह भी पता चला है कि इस गिरोह ने डार्क वेब से जुड़कर करोड़ों रुपये का लेन-देन किया है। गिरोह के कुछ सदस्यों ने कई मंजिला मकान और बड़ी संपत्ति भी बना ली है, जिसकी जांच की जा रही है।
यह अब तक मोतिहारी जिले का सबसे बड़ा साइबर ठगी का मामला माना जा रहा है।
संगठित गैंग का खुलासा-
गिरफ्तार लोगों ने बताया कि वे एक संगठित साइबर ठग गिरोह का हिस्सा हैं। इस गिरोह के कुछ सदस्य अन्य राज्यों से ठगी का पैसा मोतिहारी के युवाओं के खातों में ट्रांसफर कराते थे, बदले में कमीशन देते थे। फिर उस पैसे को कैश निकालकर या USDT और क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर सफेद किया जाता था।
मास्टरमाइंड की पहचान-
इस गिरोह का मुख्य सरगना सत्यम सौरभ है, जो रघुनाथपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला है। उसके साथ आयुष, अंश और यश भी इस ठगी में शामिल थे। ये लोग युवाओं को लालच देकर SBI चांदमारी ब्रांच में खाते खुलवाते थे, ताकि फर्जी लेन-देन किए जा सकें।
BOSS नंबर प्लेट का इस्तेमाल-
गिरोह की गाड़ियों की नंबर प्लेट पर “8055” लिखा होता था, जिसे वे “BOSS” के स्टाइल में अंकित कराते थे।
पुलिस की आगे की कार्रवाई-
इस पूरे मामले में साइबर थाना में केस नंबर 92/25, दिनांक 15.06.2025 को दर्ज किया गया है। अब गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश में जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में छापेमारी जारी है।
गिरफ्तार किए गए 5 अभियुक्त :
- सुमित सौरभ – चांदमारी, थाना नगर
- संजीव कुमार – रघुनाथपुर, थाना रघुनाथपुर
- पप्पू कुमार – घोड़ा सेमरा, थाना मझौलिया
- सुनील कुमार श्रीवास्तव – रघुनाथपुर, थाना रघुनाथपुर
- दिपांशु पांडेय – राजा बाजार, थाना मुफ्फसिल
मोतिहारी साइबर थाना की इस कार्रवाई से जिले में साइबर ठगी पर बड़ा प्रहार हुआ है।
Motihari |Motihari | Five Cyber Fraudsters from Chandmari, Raghunathpur and Raja Bazaar Arrested with Large Amount of Cash, Used to Transfer Money from Other States to local Accounts