मोतिहारी, पूर्वी चंपारण, 29 जुलाई 2025:
लोक शिकायत निवारण की समीक्षा बैठक में लापरवाही उजागर—आवेदनों की सही जांच अनिवार्य
जिलाधिकारी पूर्वी चंपारण, मोतिहारी, अपर समाहर्ता तथा लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने मंगलवार को जिला प्रशासनिक सभागार में सभी अंचलाधिकारी, राजस्व अधिकारी और आईटी सहायकों के साथ बैठक की। लोक सेवा केंद्र (RTPS) की कार्यशैली की समीक्षा के लिए उक्त बैठक आयोजित की गयी थी।
इस बैठक में लोक सेवाओं के अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त आवेदनों के निष्पादन प्रक्रिया की पड़ताल की गयी।

निरीक्षण में मिलीं कई खामियां
लोक सेवा केंद्रों के निरीक्षण के दौरान यह सामने आया कि जाति, आवासीय, आय, NCL सहित अन्य प्रमाणपत्रों के लिए प्राप्त आवेदनों का बिना पूरी जांच-पड़ताल के ही निष्पादन किया जा रहा है। यह प्रक्रिया लोक सेवाओं के अधिकार अधिनियम के मानकों के अनुरूप नहीं पायी गयी।
अधिकारियों को दिये गये निर्देश
डीएम और लोक शिकायत पदाधिकारी ने पाया कि कई स्तरों पर लापरवाही और गैरजिम्मेदारी सामने आयी हैं। ऐसे में सभी अंचल और राजस्व अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये गये हैं:
- आवेदनकर्ताओं की पहचान स्पष्ट हो:
प्रत्येक आवेदन के साथ संलग्न फोटो और पहचान पत्र स्पष्ट रूप से जांचे जाएं। - स्थलीय जांच अनिवार्य:
अधिनियम के तहत प्राप्त सभी आवेदनों की भौतिक/स्थलीय जांच कराई जाए। - संलग्न प्रमाणों की जाँच:
निष्पादन से पहले सभी सम्बंधित दस्तावेजों और साक्ष्यों की पूरी तरह जांच करें। - साक्ष्य-आधारित संस्तुति दें:
जांच के उपरांत हर आवेदन पर 50 से 100 शब्दों में स्पष्ट टिप्पणी/अनुशंसा जरूर अंकित करें।
भविष्य में लापरवाही पर कार्रवाई की चेतावनी
जिलाधिकारी ने कहा –
लोकसेवा केंद्रों पर पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखना अनिवार्य है। आगे ऐसी लापरवाही या अनियमितता पायी गयी तो सम्बंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्ष:
प्रशासनिक समीक्षा के दौरान उजागर हुई अनियमितताओं को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों से प्रमाणपत्र संबंधित आवेदनों का सटीक व पारदर्शी ढंग से निष्पादन किए जाने का निर्देश दिया गया है। इससे आमजन को समय के अनुकूल एवं वैध प्रमाणपत्र मिल सकेगा।
Motihari | Disposal at Public Service Centers Without Proper Verification, Strict Instructions Issued by DM to Officials. Source- PRD