केंद्र सरकार ने डीडी फ्री डिश पर दक्षिण भारतीय चैनलों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए उठाए कदम
सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने लोकसभा में दिए लिखित उत्तर में बताया कि सरकार ने डीडी फ्री डिश पर दक्षिण भारतीय भाषाओं के चैनलों की मौजूदगी बढ़ाने के लिए कई पहल की हैं। क्षेत्रीय विविधता सुनिश्चित करने के मकसद से डीडी फ्री डिश प्लेटफॉर्म के ई-नीलामी में दक्षिण भारतीय चैनलों के लिए विशेष स्लॉट आरक्षित किए गए हैं। साथ ही, दक्षिणी राज्यों के निजी प्रसारकों की भागीदारी बढ़ाने के लिए पात्रता मापदंडों को सरल बनाया गया है।
अप्रैल 2025 से डीडी फ्री डिश पर तीन नए दक्षिण भारतीय चैनल—टीवी9 तेलुगु, आस्था कन्नड़ और आस्था तेलुगु—जोड़े गए हैं। इसके अलावा, दूरदर्शन के क्षेत्रीय चैनलों में डीडी तमिल, डीडी सप्तगिरी, डीडी चंदना, डीडी यादगिरी और डीडी मलयालम को भी शामिल किया गया है।
भारत में मीडिया और प्रेस का बढ़ता दायरा
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अनुसार, भारत में प्रेस और मीडिया का परिदृश्य बेहद जीवंत है। देश में 1.55 लाख से अधिक प्रकाशन और 908 निजी टीवी चैनल पंजीकृत हैं। डॉ. एल. मुरुगन ने लोकसभा में बताया कि प्रेस रजिस्ट्रार जनरल के पास पंजीकृत प्रकाशनों की संख्या 2014-15 में 1.05 लाख से बढ़कर 2024-25 में 1.55 लाख पहुंच गयी है। इसी प्रकार, निजी सैटेलाइट टीवी चैनलों की संख्या 821 से बढ़कर 908 हो गयी है।
डीडी फ्री डिश पर उपलब्ध चैनलों की विस्तृत शृंखला-
डीडी फ्री डिश सर्विस पर फिलहाल 92 निजी चैनल और 50 दूरदर्शन के चैनल दर्शकों को उपलब्ध हैं। ये चैनल विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं में प्रसारित होते हैं, जिससे देशभर के दर्शकों तक कंटेंट की पहुंच और व्यापक हो जाती है।
देशभर में प्रसार भारती नेटवर्क का विस्तार-
प्रसार भारती नेटवर्क का विस्तार एक निरंतर प्रक्रिया है, जो “ब्रॉडकास्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर एंड नेटवर्क डेवलपमेंट (BIND) योजना 2021-26” के तहत संचालित की जा रही है। इस योजना में हिमाचल प्रदेश के लिए तीन नये ट्रांसमीटरों को मंजूरी दी गयी है।
इन पहलों के जरिए सरकार क्षेत्रीय विविधता को बढ़ावा देने के साथ-साथ देशभर की भाषाओं और संस्कृतियों के बीच सेतु का कार्य कर रही है।
Increased Representation of South Indian Languages on DD Free Dish, Expanding Reach of Media and Press in India