मुख्यमंत्री बालिका कैंसर योजना; चयनित बालिकाओं को ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) का दिया जाएगा टीका
पश्चिमी चम्पारण के जिलाधिकारी की अध्यक्षता में योजना के क्रियान्वयन को लेकर बैठक।
West Champaran today’s BigHealthIssueNews by मीना तिवारी अवध।
बेतिया। मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरक्षण योजना के तहत 09 से 14 वर्ष की बालिकाओं को ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) का टीका दिया जाएगा। इसके क्रियान्वयन को लेकर जिला पदाधिकारी दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई। इस टीका से भविष्य में गर्भाशय का कैंसर होने की आशंका 90 प्रतिशत कम हो जाता है।
प्रथम चरण में जिले की 09 से 14 वर्ष की 540 बालिकाओं को मिलेगा टीका-
बैठक में सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार ने बताया कि यह टीका महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर से बचाने में सहायक होगा। प्रथम चरण में जिले को 540 एचपीवी टीके उपलब्ध कराए गए हैं, जिन्हें सरकारी विद्यालयों की बालिकाओं को प्राथमिकता के आधार पर लगाया जाएगा। टीकाकरण 11 फरवरी को जीएमसीएच के आरआई कॉर्नर में पूर्वाह्न 10 बजे से अपराह्न 3 बजे तक किया जाएगा।
जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय ने कहा कि
यह योजना सरकार की महत्वपूर्ण पहल है, जिसे शत-प्रतिशत सफलतापूर्वक लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने विभागीय निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने और बालिकाओं की सूची शीघ्र स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
सिविल सर्जन को यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि टीकाकरण से पहले सभी बालिकाओं का पंजीकरण कर संबंधित पोर्टल पर एंट्री की जाए। साथ ही, लोगों को जागरूक करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में एसीएमओ डॉ. रमेश चंद्र, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अवधेश कुमार सिंह, जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. नवल किशोर प्रसाद, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी श्रीमती रोचना माद्री, प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकारी श्रमनीष कुमार सहित अन्य अधिकारी और डॉक्टर उपस्थित थे।
HPV Vaccine for Cervical Cancer Being Administered to 540 Girls in Bettiah – What is Cervical Cancer, and at What Age is the Vaccine Necessary?
ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) की पूरी जानकारी
पटना से स्थानीय संपादक जितेंद्र कुमार सिन्हा की रिपोर्ट।
HPV क्या है?
ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) एक सामान्य वायरस है, जो त्वचा और श्लैष्मिक झिल्ली (mucous membranes) को प्रभावित करता है। यह मुख्य रूप से यौन संपर्क के माध्यम से फैलता है। HPV के 100 से अधिक प्रकार होते हैं, जिनमें से कुछ प्रकार कैंसर का कारण बन सकते हैं, जबकि अन्य सामान्य त्वचा या जननांग मस्से (warts) उत्पन्न करते हैं।
HPV संक्रमण से कौन-से कैंसर हो सकते हैं?
HPV के कुछ उच्च-जोखिम प्रकार (high-risk strains) कैंसर का कारण बन सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- सर्वाइकल कैंसर (गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर) – महिलाओं में सबसे आम
- योनि और वुल्वा कैंसर
- गुदा (Anal) कैंसर
- मुंह और गले (Oropharyngeal) कैंसर
- लिंग (Penile) कैंसर
HPV टीका क्या है और क्यों आवश्यक है?
HPV टीका (HPV Vaccine) शरीर में एंटीबॉडी विकसित करता है, जिससे यह वायरस से बचाव करता है। यह टीका मुख्य रूप से सर्वाइकल कैंसर को रोकने के लिए दिया जाता है।
HPV वैक्सीन किसे और कब दी जाती है?
- यह 9 से 14 वर्ष की लड़कियों के लिए सबसे प्रभावी मानी जाती है।
- कुछ देशों में यह लड़कों को भी दी जाती है ताकि वे भी इस वायरस से सुरक्षित रहें।
- यदि 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र में लिया जाता है, तो डॉक्टर की सलाह के अनुसार तीन डोज़ दी जाती हैं।
- WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के अनुसार, यदि 9-14 वर्ष की उम्र में दो डोज़ दी जाएं, तो यह अधिक प्रभावी होती है।
HPV वैक्सीन के लाभ:
- सर्वाइकल कैंसर के 90% मामलों को रोकने में सक्षम
- HPV संक्रमण से होने वाली अन्य बीमारियों से सुरक्षा
- लंबे समय तक इम्युनिटी प्रदान करता है
बिहार सरकार की मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरक्षण योजना कब शुरू हुई?
बिहार सरकार ने मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरक्षण योजना 2024 में शुरू की, जिसका उद्देश्य 9 से 14 वर्ष की बालिकाओं को मुफ्त HPV टीकाकरण उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत पहले चरण में सरकारी स्कूलों की बालिकाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। बताया जा रहा है कि बिहार देश का पहला राज्य बन गया है, जहां टीकाकरण सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य सर्वाइकल कैंसर के मामलों को कम करना और भविष्य में महिलाओं के स्वास्थ्य को सुरक्षित बनाना है।
बिहार में हर साल सर्वाइकल कैंसर (गर्भाशय ग्रीवा कैंसर) के हजारों मामले सामने आते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर साल करीब 85,000 कैंसर के नए मामले सामने आते हैं, जिसमें बिहार को एक प्रमुख ‘कैंसर जोन’ माना जा रहा है। हालांकि, यह आंकड़ा सभी प्रकार के कैंसर को मिलाकर है, न कि केवल सर्वाइकल कैंसर का।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के अनुसार, बिहार में कुल कैंसर मामलों में से लगभग 17% मामले सर्वाइकल कैंसर के होते हैं। इस बीमारी से बचाव के लिए सरकार ने 9 से 14 साल की बच्चियों को ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) वैक्सीन मुफ्त देने की योजना शुरू की है।
सरकार का यह कदम इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि एचपीवी संक्रमण ही सर्वाइकल कैंसर का मुख्य कारण होता है। टीकाकरण से 98% तक बचाव संभव है।