Motihari | Raxaul| अनिल कुमार|
कर्फ्यू और निषेधाज्ञा के बीच आवाजाही शुरू–
रक्सौल। नेपाल में जेन-जेड आंदोलन के बाद से लागू कर्फ्यू और दिन में निषेधाज्ञा के बीच रविवार से भारत-नेपाल सीमा आम नागरिकों के लिए खोल दी गयी। इसके बाद दोनों देशों के लोग पहचान पत्र दिखाकर सीमा पार कर रहे हैं। वाहनों को आंशिक अनुमति दी जा रही है।
वाहन आवागमन की आंशिक अनुमति–
नेपाल सरकार ने जरूरी कार्यों के लिए निजी वाहनों की आवाजाही को छूट दी है। इस दौरान भंसार कार्यालय भी चालू कर दिया गया, जहां रविवार को तीन चार-पहिया वाहनों का भंसार किया गया।
सीमा पुल और बाजारों में भीड़–
सीमा खुलते ही कस्टम क्षेत्र स्थित मैत्री पुल पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। वीरगंज में सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक अधिकतर दुकानें खुलीं, वहीं रक्सौल बाजार में भी धीरे-धीरे रौनक लौटने लगी।
नेपाल की जेलों से कैदियों का फरार होना चिंता का विषय–
नेपाल एपीएफ ने जानकारी दी है कि वहां की विभिन्न जेलों से 15 हजार से अधिक कैदी भाग चुके हैं। इनमें खतरनाक अपराधी, आतंकी और विदेशी तस्कर तक शामिल बताए जा रहे हैं। यही वजह है कि सीमा पर अब अभूतपूर्व सतर्कता बरती जा रही है।
एसएसबी की सतत निगरानी–
भारतीय सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) के जवान 24 घंटे गश्त कर रहे हैं। नेपाल से लौट रहे भारतीय नागरिकों को केवल पैदल सीमा पार करने की अनुमति दी जा रही है और हर प्रवेशकर्ता की पहचान की सख्ती से जांच हो रही है।
पहचान पत्र अनिवार्य, आपात स्थिति में ही प्रवेश–
सीमा पार करने के लिए पहचान पत्र दिखाना जरूरी कर दिया गया है। वहीं नेपाल में अब आम नागरिकों का प्रवेश केवल आपातकाल में ही मंजूर है।
धीरे-धीरे लौटी रौनक, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी–
हालात सामान्य होने का असर स्थानीय बाजारों में दिखने लगा है। रक्सौल और आसपास के क्षेत्रों में खरीदारी बढ़ी है। हालांकि नेपाल से फरार कैदियों की वजह से सुरक्षा एजेंसियां चौकसी में किसी तरह की ढिलाई नहीं बरत रही हैं।
Raxaul| The India-Nepal border has reopened, and security has been tightened.
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