मोतिहारी।
जिले के केसरिया में बांध पर शरण लिए बाढ़ प्रभावितों से मिलने ज़िला प्रभारी मंत्री सह शिक्षामंत्री बिहार सरकार, सुनील कुमार पहुँचे थें। उन्होंने ने बाढ़ प्रभावितों के बीच पॉलिथीन व सुखा राशन बाँटने को कहा हैं।
आज ज़िला प्रभारी मंत्री बिहार सरकार के शिक्षामंत्री बिहार सरकार सुनील कुमार बाढ़ प्रभावितों को देखने आए थें। इनके साथ केसरिया की विधायक डीए व एसपी भी थें।
शिक्षा मंत्री, बिहार सरकार सह जिला प्रभारी मंत्री पूर्वी चंपारण सुनील कुमार ने विधायक केसरिया श्रीमती शालिनी मिश्रा, जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल और पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात के साथ केसरिया प्रखंड के ढेकहा पंचायत के बाढ़ प्रभावित विभिन्न वार्डों का निरीक्षण किया।
मंत्री ने बांध पर रह रहे विस्थापित परिवारों को पॉलिथीन शीट्स और सुखा राशन प्रदान करने के निर्देश दिए।
ठेकहां से निकाल कर मंत्री श्री कुमार पदाधिकारिगण के साथ डुमरिया घाट के पास गंडक नदी में पानी के बहाव का निरीक्षण किया एवं संबंधित पदाधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये।
अनुमंडल पदाधिकारी चकिया ने बताया कि बांध पर एक मेडिकल टीम तैनात की गई है, ताकि रात के समय स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का त्वरित समाधान किया जा सके।
उन्होंने यह भी बताया कि ढेकहा पंचायत के 9 वार्ड आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित हैं। प्रशासन के द्वारा इस पर लगातार नजर रखी जा रही है। बांध पर जल संसाधन विभाग के अभियंता तथा रात्रि प्रहरी को प्रतिनियुक्ति किया गया है।
पूर्वी चंपारण के जिला मंत्री सुनील कुमार, जो वर्तमान में बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री भी हैं, ने जुलाई में मोतिहारी में बाढ़ से राहत के लिए कई निर्देश जारी किए थे। पूर्वी चंपारण के प्रभारी मंत्री ने कहा था कि बूढ़ी गंडक नदी की बाढ़ से राहत के लिए 520 करोड़ रुपए की परियोजना तैयार की गई है। यह परियोजना चरणबद्ध तरीके से सुगौली से सिकरहना तक पूरी की जाएगी। साथ ही, मंत्री और पूर्वी चंपारण के प्रभारी मंत्री सुनील कुमार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की गहन निगरानी और सूचना तंत्र को मज़बूत करने के निर्देश भी दिए थे। ताकि त्वरित सूचना के बाद सभी संवेदनशील इलाकों में पेट्रोलिंग कराई जा सके। साथ ही बाढ़ की स्थिति में प्रभावित परिवारों को सरकार की मदद जल्द से जल्द मिल सके, इस व्यवस्था को सुनिश्चित किया गया है।
बताया था कि माइक्रो लेवल तक कम्युनिकेशन प्लान बनाया गया है, ताकि ज़रूरत पड़ने पर सभी जगह चीज़ें आसानी से पहुंच जाएं।