Motihari Latest news| East Champaran | Raxaul| अनिल कुमार |
मोतिहारी जिले के रक्सौल अनुमंडल में एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) की 47वीं बटालियन के अधिकारियों और जवानों ने विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर रक्तदान किया। उन्होंने यह नेक काम पीड़ित मानवता की सेवा के लिए किया।
रक्तदान कार्यक्रम का शुभारंभ और योगदान
इस रक्तदान शिविर का उद्घाटन एसएसबी बेतिया के डीआईजी सुरेश सुब्रमण्यम और 47वीं बटालियन के कमांडेंट डॉ. निशिकांत ने किया। पहला रक्तदान कार्यवाहक कमांडेंट संजय रावत ने किया। शाम 4 बजे तक कुल 75 यूनिट रक्त दान किया गया, जिससे ‘रक्तदान महादान’ की कहावत सच साबित हुई। डीआईजी ने बताया कि रक्तदान करने वाले सभी जवानों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
रक्तदान का महत्व
47वीं बटालियन के कमांडेंट डॉ. निशिकांत ने कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। उन्होंने युवाओं और आम लोगों से रक्तदान के लिए आगे आने की अपील की। उन्होंने जोर देकर कहा कि हर स्वस्थ व्यक्ति को साल में कम से कम एक बार रक्तदान करना चाहिए, क्योंकि इससे शरीर में कोई कमजोरी या तकलीफ नहीं होती। उनका कहना था कि रक्तदान से उन लोगों को आसानी से रक्त मिल पाएगा जो रक्त की कमी से जूझ रहे हैं।
रक्तदान की आवश्यकता और अपील
अधिकारियों ने सामाजिक संगठनों, युवाओं और आम लोगों से रक्तदान करने की अपील की। उन्होंने बताया कि प्रसूति, दुर्घटनाग्रस्त, गंभीर एनीमिया (खून की कमी) या अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों को रक्त चढ़ाने की जरूरत पड़ती है। रक्तदान से शरीर पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता।
इस अवसर पर डंकन हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रभु जोसेफ़ और लाइसनिंग ऑफिसर समीर दुग्गल ने बताया कि पूरे रक्सौल क्षेत्र में सिर्फ डंकन हॉस्पिटल में ही ब्लड बैंक की सुविधा उपलब्ध है।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस रक्तदान शिविर में डीआईजी बेतिया सुरेश सुब्रमण्यम, कमांडेंट डॉ. निशिकांत, संजय रावत, नवीन कुमार, संजय कुमार, सर्वेश कुमार सिंह, कम्युनिकेशन, मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. प्रभु जोसेफ़ (डंकन हॉस्पिटल), डॉ. ब्लेसी, लाइसनिंग ऑफिसर समीर दुग्गल और सेना के अन्य जवान मौजूद थे।
“World Blood Donor Day”: SSB Acting Commandant Sanjay Rawat Initiates Blood Donation Drive
The blood donation camp on “World Blood Donor Day” began with the donation by SSB (Sashastra Seema Bal) Acting Commandant Sanjay Rawat. This initiative marked the start of the blood donation program.